चेन्नई: पूर्व कप्तान आरोन फिंच ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में इरादे की कमी थी और वे भारत के विश्व स्तरीय स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक क्रिकेट खेलने में विफल रहे. फिंच ने कहा कि उन्हें सबसे आगे रहने के लिए अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा.
भारतीय स्पिनरों ने छह विकेट चटकाए जिससे स्पिन की अनुकूल पिच पर ऑस्ट्रेलिया की टीम 199 रन पर ढेर हो गई और उसे विश्व कप के अपने पहले मैच में भारत के खिलाफ छह विकेट से हार झेलनी पड़ी. फिंच का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कुछ अधिक सतर्कता के साथ खेले और यहां एमए चिदंबरम स्टेडियम पर पिच पर उन्होंने भारतीय स्पिनरों को दबदबा बनाने का मौका दिया.
फिंच ने आईसीसी के लिए कॉलम में लिखा, ”आप इस तरह की पिच पर (रविंद्र) जडेजा, कुलदीप (यादव) और (रविचंद्रन) अश्विन को उस तरह की गेंदबाजी नहीं करने दे सकते जैसी वे करना चाहते हैं. वे इतने सटीक और इतने कुशल हैं. जडेजा ने कितनी बार ऑस्ट्रेलिया के साथ ऐसा किया है.”
उन्होंने कहा, ”यह इस पर भी निर्भर करता है कि भारत ने कैसी स्पिन गेंदबाजी की लेकिन हमें यह भी देखना होगा कि ऑस्ट्रेलिया ने कैसी बल्लेबाजी की. योजना साफ थी कि उन्हें गेंदबाजों से आगे रहना होगा, खाली गेंदों को सीमित करने का प्रयास करना होगा और स्पिनरों के विश्व स्तरीय समूह के खिलाफ स्ट्राइक रोटेट करनी होगी.” फिंच ने कहा, ”ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में आक्रामकता की कमी दिखी. मुझे लगता है कि उन्होंने जो इरादा दिखाया उससे वे निराश होंगे और इस तथ्य से कि वे भारत पर वापस दबाव नहीं डाल पाए. इसके लिए मानसिकता में बदलाव की जरूरत है. फ्रंट फुट पर आकर खेलने का थोड़ा अधिक प्रयास करना होगा और कुछ जोखिम भी उठाने होंगे.