
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के एक मामले में तीन साल जेल की सजा सुनाए जाने के बाद शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया. इस मामले में उन पर सत्ता में रहने के दौरान सरकारी तोशाखाने से महंगे गिफ्ट बेचकर मुनाफा कमाने का आरोप है. पीटीआई चीफ की गिरफ्तारी से नाराज इमरान समर्थक भारी संख्या में लाहौर के जमान पार्क स्थित उनके आवास पर जुटने लगे हैं. ऐसे में आशंका जताई जाने लगी है कि क्या पिछली बार की तरह इस बार भी इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद वैसे ही हिंसा भड़क सकती है. इस बीच इमरान खान ने अपने समर्थकों से सड़कों पर उतरकर अपनी आवाज बुलंद करने की अपील की है.
इस्लामाबाद स्थित जिला एवं सत्र अदालत के अतिरिक्त जज हुमायूं दिलावर ने इमरान खान पर एक लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया. अदालत ने कहा कि जुर्माना नहीं देने पर उन्हें और छह महीने तक जेल में रखा जाएगा. दिलावर ने अपने फैसले में कहा, ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष के खिलाफ संपत्ति की गलत घोषणा करने के आरोप साबित हुए हैं.’ भारी सुरक्षा के बीच इमरान खान इस्लामाबाद पहुंच गए हैं. पाकिस्तानी मीडिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें रावलपिंडी की अदियाला जेल ले जाया जा रहा है.
PTI का आरोप- इमरान खान को घसीटते हुए ले गई पुलिस
इससे पहले इमरान खान की पार्टी ने आरोप लगाया पूर्व प्रधानमंत्री खान को पुलिस ने धक्का दिया और घसीटते हुए ले गई. पीटीआई का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने इमरान खान के साथ बदतमीजी की. उन्होंने इमरान खान के मुंह पर कपड़ा डाला और उन्हें घसीटते हुए ले गए. पीटीआई की ओर जारी बयान में कहा गया कि पूर्व पीएम इमरान खान शांति से पुलिस के साथ जा रहे थे, लेकिन उनको धक्का दिया गया. इमरान खान ने पुलिस से कहा में गिरफ़्तारी देने के लिए तैयार लेकिन लोगों को मारो नहीं.
इमरान खान ने लोगों से की घरों से निकलने की अपील
पीटीआई चीफ के ट्विटर हैंडल से जारी वीडियो में उन्होंने कहा, ‘मेरे पाकिस्तानियों जब तक यह पैगाम (संदेश) आप तक पहुंचेगा, मुझे ये गिरफ्तार कर चुके होंगे और मैं जेल में होऊंगा. यह लंदन प्लान को पूरा करने की राह में एक और कदम है. मेरी आपसे एक ही अपील है कि आपको घरों में चुप करके नहीं बैठना है.’
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘मैं जो यह जद्दोजहद कर रहा हूं यह अपने लिए नहीं कर रहा हूं. अपनी कौम के लिए कर रहा हूं आप के लिए कर रहा हूं… आपके बच्चों के भविष्य के लिए कर रहा हूं. अगर आप अपने बच्चों के अधिकारों के लिए नहीं खड़े होंगे, तो आप गुलामों की जिंदगी गुजारेंगे. मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण, दृढ़ और मजबूत रहें. हम किसी और के सामने नहीं बल्कि अल्लाह के सामने झुकते हैं जो अल हक है. हम लाइलाहा इल्लल्लाह में विश्वास करते हैं.’