केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) अपने बंगाल दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत बीरभूम जिले के शांतिनिकेतन स्थित कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर (Ravindranath Tagore) की कर्मस्थली विश्वभारती विश्वविद्यालय (Vishvabharati University) से की. अमित शाह विश्वभारती विश्वविद्यालय के सफर की शुरुआत रवींद्रनाथ टैगोर की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ की. वहां वह रवींद्रनाथ ठाकुर के उपासन गृह पहुंचें. वहां कुछ समय व्यतीत किया. उनका विश्वविद्यालय के कुलपति सहित प्रोफेसर, शिक्षकों और विद्यार्थियों के साथ बातचीत के भी कार्यक्रम हैं.बता दें कि अमित शाह शुक्रवार की रात को कोलकाता पहुंचे हैं. शनिवार को स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) के कोलकाता के शिमला स्ट्रीट स्थित पैतृक आवास से बंगाल दौरे की शुरुआत की थी और आज रविवार को अपने दिन की शुरुआत स्वामी कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर की कर्मस्थली विश्वभारती विश्वविद्यालय से की है. स्वामी विवेकानंद भारतीय नवजागरण के पुरोधा माने जाते हैं, तो रवींद्रनाथ ठाकुर बांग्ला साहित्य-संस्कृति के केंद्र माने जाते रहे हैं. स्वामी विवेकानंद और गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर अमित शाह ने बंगाली अस्मिता व बंगाल के लोगों के मन को छूने की कोशिश की है.
1921 में रवींद्रनाथ ठाकुर ने विश्वविद्यालय की थी स्थापना
विश्वभारती विश्वविद्यालय की स्थापना 1921 में रवींद्रनाथ टैगोर ने शान्तिनिकेतन में की थी. यह भारत के केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में से एक है. यहां स्नातक और परास्नातक संस्थान इससे संबद्ध हैं. टैगोर ने 1921 में शान्तिनिकेतन में ‘यत्र विश्वम भवत्येकनीडम’ (सारा विश्व एक घर है) के नए आदर्श वाक्य के साथ विश्व भारती विश्वविद्यालय की स्थापना की थी. तभी से यह संस्था एक अन्तर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालय के रूप में ख्याति प्राप्त कर रही है. कला और संस्कृति के लिए यह विश्वविद्यालय विश्व विख्यात है.