
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिटेन के साथ हर बार बातचीत के दौरान भगोड़े बिजनेसमैन विजय माल्या और नीरव मोदी को भारत प्रर्त्यपित करने को लेकर सवाल करते हैं. वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे ने यह जानकारी दी. यूके की सरकार पर प्रत्यर्पण को लेकर भारत की तरफ से काफी दबाव का सामना कर रही है. अंग्रेजी समाचार चैनल टाइम्स नाऊ से बातचीत के दौरान हरीश साल्वे ने कहा कि ब्रिटेन हमेशा यह शिकायत करता है कि जब भी हमारी मीटिंग होती है सबसे पहले सवाल पूछा जाता है कि नीरव मोदी और विजय माल्या कहां हैं?
हरीश सालवे ने कहा, ‘पीएम नरेंद्र मोदी ने यूके सरकार को बेहद मजबूती से यह बात कही है कि आप हमारे ट्रेड पार्टनर और भगोड़ों के पनाहगार एक वक्त पर नहीं हो सकते हो.’ नीरव मोदी और विजय माल्य दोनों ही अपनी कंपनियों के माध्यम से भारतीय बैंकों से हजारों करोड़ के कर्ज लेने के बाद बिना उसे चुकाए ही देश छोड़कर भाग गए हैं. दोनों ही इस वक्त यूके में छिपे हुए हैं. यूके की अदालत में दोनों बिजनेसमैन के प्रत्यर्पण को लेकर मामला चल रहा है.
जल्द होगा नीरव मोदी का प्रत्यर्पण
हरीश साल्वे ने आगे कहा कि भगोड़े नीरव मोदी का जल्द ही भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा. साल 2018 में नीरव मोदी को लेकर भारत ने यूके से पहली बार प्रत्यर्पण की मांग की थी. उसकी कंपनियों ने पंजाब नेशनल बैंक के साथ फर्जीवाड़ा किया है. उसने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर विदेश से ज्वैलरी खरीदने के नाम पर बैंक को चूना लगाया. वहीं, अगर विजय माल्या की बात की जाए तो वो 17 भारतीय बैंकों से नौ हजार करोड़ का फर्जीवाड़ा कर चुका है. वो मार्च 2016 से यूके में रह रहा है.