गरियाबंद विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर खोमन सिन्हा शिक्षक ने अपने ग्राम ग्राम कुंडेल में तालाब के किनारे पीपल पेड़ रोपित किया साथ ही पर्यावरण दिवस पर वातावरण को शुद्ध बनाने संकल्पित होकर कहां की विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर जंगल को बचाने के लिए हम सब मिलकर सामूहिक रूप से प्रयास करेंगे ताकि आने वाली हमारी पीढ़ियों को इसका लाभ मिल सकेगा जिस क्षेत्र में पेड़ पौधे अधिक मात्रा में पाया जाता है वह क्षेत्र में भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलता रहता है बीते सालों में हमने कोरोना जैसे महामारी से जूझ रहे थे तो हमारे देश में ऑक्सीजन की बहुत कमी हो चुकी थी और कई भाई बहनों का ऑक्सीजन के ना मिलने के कारण जान भी चली गई हम आज के दिन यह संकल्प लेते हैं कि हमसे जितना बन पड़ेगा हम वृक्षारोपण करेंगे ताकि आने वाला हमारा पीढ़ी हमारा भविष्य सुरक्षित रहे उन्हें किसी भी प्रकार से पेड़ की कमी का एहसास ना हो (Khoman Sinha planted saplings)
पर्याप्त मात्रा में पर्यावरण शुद्ध और स्वच्छ रहे जिससे हमारा जनमानस खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर सकें पेड़ पौधे हमारे जीवन का अभिन्न अंग है हम पेड़ के बिना अधूरे हैं क्योंकि पेड़ से हमें फल फूल छाया हवा इत्यादि प्राप्त होती है जो हमारी जीवन के लिए नितांत आवश्यक है जहां पेड़ नहीं है वहां हम जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते इसलिए हमें जितना भी बन पड़े अधिक से अधिक पेड़ लगाना चाहिए और साथ ही साथ हमारा कर्तव्य भी होता है कि हम जो पेड़ लगाए हैं उनका देखभाल भी निरंतर करते रहें ताकि वह एक वृहद वृक्ष के रूप में स्थापित हो सके हर नागरिक का कर्तव्य बनता है की पर्यावरण दिवस के अवसर पर कम से कम 5 वृक्ष लगाएं और उनका साल भर तक देखभाल करें जिससे हमारा पर्यावरण संतुलन बना रहे वर्तमान स्थिति को देखा जाए तो निरंतर हमारे पृथ्वी पर तापमान बढ़ता ही जा रहा है यदि इस पर लगाम ना लगाया जाए पेड़ ना लगाया जाए तो हमारा जीवन भविष्य में कष्टप्रद हो सकता है पेड़ लगाने में श्रवण पटेल हरिराम पटेल भूपेंद्र टंडन तुलाराम पुष्पेंद्र गंगाराम भूषण सिन्हा संतोष पटेल कन्हैया सिन्हा तिलक सिन्हा खोमन सिन्हा शिक्षक का विशेष योगदान रहा। (Khoman Sinha planted saplings)