छत्तीसगढ़ के रायपुर में एक समाज प्रमुख ने 64 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा पास कर मिसाइल कायम की है परीक्षा में अच्छे अंक मिले हैं।सच है, पढ़ने और सीखने की कोई उम्र नहीं होती। छत्तीसगढ़ में रायपुर शहर में 64 साल के मानिकपुरी पनिका समाज के प्रदेश अध्यक्ष ने एक बार फिर यही साबित किया है(Encouraged to give 10th exam)
घर की आर्थिक स्थिति के कारण स्कूली शिक्षा से वंचित रहें ओम प्रकाश मानिकपुरी ने पढ़ाई को लेकर कभी उत्साह नहीं छोड़ा, जिसका नतीजा अब सबके सामने है उसका यह परीक्षा परिणाम कई लोगों को प्रेरित करने वाला है, जो किन्हीं कारणों से अपनी पढ़ाई पूरी नहीं कर सके(Encouraged to give 10th exam)
ओमप्रकाश की यह उपलब्धि इस मायने में भी खास है कि उसने बोर्ड की यह परीक्षा कोरोना काल के बाद 2023 में उत्तीर्ण की है।मां-पिता अक्सर बच्चों को पढ़ने और परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करते हैं, लेकिन इस बुजुर्ग ने खुद ऐसा करते हुए अपने बच्चों औऱ समाज के सामने भी उदाहरण पेश किया।
परीक्षा में बेहतर अंक मिले हैं, जिससे परिवार और समाज का हर शख्स गौरवान्वित महसूस कर रहा है।छत्तीसगढ़ में माध्यमिक बोर्ड की ओपन परीक्षा के नतीजे 23 मई को घोषित किए गए थे।उन्होंने बताया कि कम उम्र में घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण उनकी स्कूली शिक्षा अधूरी रह गई थी। लेकिन उनके पत्नी, बेटे-बेटी के साथ समाज के शारदा विद्या मंदिर की प्राचार्या किरण मानिकपुरी ने 10वीं की परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित किया और जिसका नतीजा अब सबके सामने हैं।(Encouraged to give 10th exam)
आत्मविश्वास से भरे ओमप्रकाश मानिकपुरी का मानना हैं कि शिक्षा वह पूंजी हैं जो कभी नष्ट नहीं होता औऱ यह आपको विकास के पथ पर ले जाने का काम करता हैं वहीं समाज प्रमुख ने अब कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने का लक्ष्य तय किया हैं।(Encouraged to give 10th exam)