
ऑनलाइन डेस्क। शाहबाद डेरी इलाके में हुए सनसनीखेज हत्याकांड से राजधानी दिल्ली एक बार फिर दहल उठी है। यहां बी ब्लाक में एक नाबालिग लड़की की चाकू से दो दर्जन से ज्यादा वार कर हत्या कर दी गई। मृतका की पहचान जेजे कॉलोनी निवासी साक्षी (16 वर्ष) के रूप में हुई है और उसका शव गली में मिला था।
आरोपित साहिल गिरफ्तार
वहीं, आरोपित की पहचान मोहम्मद सरफराज के बेटे मोहम्मद साहिल के रूप में हुई है। वह शाहबाद डेरी इलाके में ही रहता है और मेकैनिक का काम करता है। शाहबाद डेरी थाना पुलिस ने आरोपित साहिल को यूपी के बुलंदशहर से गिरफ्तार किया है। पुलिस अब उससे वारदात में इस्तेमाल चाकू बरामद करने की कोशिश कर रही है।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, शाहबाद डेयरी थाना क्षेत्र में एक 16 वर्षीय लड़की की उसके प्रेमी ने चाकू मारकर हत्या कर दी, जिसकी पहचान 20 वर्षीय साहिल के रूप में हुई है। साहिल और नाबालिग रिलेशनशिप में थे, लेकिन कल (रविवार) उनका झगड़ा हो गया। लड़की अपनी दोस्त के बेटे के जन्मदिन में शामिल होने की योजना बना रही थी जब आरोपी ने उसे रोका, उस पर चाकू से कई बार वार किया और इसके बाद उस पर पत्थर दे मारा। (Boy and girl knew each other before)
पहले से एक-दूसरे को जानते थे लड़का-लड़की
शहाबाद हत्या मामले पर आउटर-नॉर्थ एडीसीपी राजा बंथिया ने कहा, “लड़का और लड़की एक दूसरे को पहले से जानते थे, लेकिन कबसे जानते थे यह जांच का विषय है। हमारे पास अभी ज्यादा जानकारी नहीं आई है, हम इसमें जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। 6 टीमें जांच के लिए बनाई गई है। अपराधी को पकड़ने की कोशिश जारी है। चाकू से 20 से ज्यादा वार किए गए हैं।”
लड़की के बात न करने से खफा था साहिल
साहिल की बुआ बुलंदशहर में रहती हैं पुलिस को कल यानी रविवार को पता चला था की घटना के बाद वह बुआ के पास जा सकता है। पुलिस जब वहां पहुंची तो साहिल वहां मिल गया। संयुक्त आयुक्त विवेक किशोर का कहना है कि साहिल ने साक्षी पर चाकू से 34 वार किए थे। कई दिनों से साक्षी ने उससे बात करना बंद कर दिया था। रविवार रात अचानक साहिल का लड़की से अचानक आमना-सामना हो जाने पर उसने चाकू निकाल बेरहमी से मारना शुरू कर दिया।(Boy and girl knew each other before)
मैंने इतना डराने वाला केस कभी नहीं देखा- स्वाति मालीवाल
इस वारदात को लेकर डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “मैंने इतना डराने वाला केस कभी नहीं देखा। दिल्ली महिलाओं और बच्चियों के लिए बहुत ही असुरक्षित और असंवेदनशील है।…जिस दिन इस देश की पुलिस व्यवस्था सुधर जाएगी उस दिन किसी की हिम्मत नहीं होगी कि किसी भी महिला या बच्ची के खिलाफ कुछ भी कर जाए, आज जो हो रहा है वे पूरी तरह से कानून व्यवस्था की असफलता को दर्शाता है।”