रायपुर: रायपुर के बूढ़ा तालाब धरना स्थल पर पिछले 2 दिन से तपती धूप में सड़क पर भूखे-प्यासे अपने घर बार छोड़कर बच्चों के साथ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहीं (BJP support Anganwadi workers protesting in Raipur ) हैं. भारतीय जनता पार्टी ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को जायज बताते हुए उनके प्रदर्शन को समर्थन दिया है.(Anganwadi worker)
इस विषय में रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि, “भारतीय जनता पार्टी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जो मांग है, उसका पूर्ण समर्थन करती है. भारतीय जनता पार्टी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के संघर्ष में साथ है. ” बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार से अपील की है कि ” सरकार प्रदर्शन स्थल पर जाकर देखें कि तपती धूप में किस तरह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रही हैं. सरकार उनकी मांगों को जल्द माने.”
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा: रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, “छत्तीसगढ़ की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पिछले 2 दिन से रायपुर के सड़कों पर भूखे-प्यासे गर्मी में अपने बच्चों के साथ प्रदर्शन कर रही हैं. सरकार कुंभकरण के तरह सोई हुई है. सरकार को फुर्सत नहीं है कि वह प्रदर्शन कर रही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ बात करे.
छत्तीसगढ़ के जिम्मेदार अधिकारियों और भूपेश बघेल से मैं कहना चाहता हूं कि वह जरा धरना स्थल पर जाकर देखें कि हमारी मातृशक्ति पिछले 2 दिनों से तपती-धूप और गर्मी में भूखे-प्यासे प्रदर्शन पर बैठे हुए हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के धरने को खत्म करने के लिए सरकार ने उनसे जो वादा किया था, वह पूरा करे. भारतीय जनता पार्टी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की जो मांग है, उसका पूरा समर्थन करती है. भारतीय जनता पार्टी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के संघर्ष में साथ है.”
शासकीय कर्मचारी घोषित करने तक जन घोषणा पत्र में किए गए लिखित वादा कलेक्टर दर को पूर्ण किया जाए.
सामाजिक सुरक्षा के रूप में मासिक पेंशन और समूह बीमा योजना के लिए नीति निर्धारित कर इसको लागू करे.
सेवानिवुत्त और मृत्यु होने पर कार्यकर्ताओं को 5 लाख और सहायिकाओं को 3 लाख की राशि एकमुश्त भुगतान किया जाए.
मिनी आंगनबाड़ी को पूर्ण आंगनबाड़ी बनाने के साथ ही कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में नियुक्त किया जाए.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर के रिक्त पद पर शत-प्रतिशत बिना उम्र बंधन के और बिना परीक्षा के लिया जाए. इसी तरह सहायकों को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर लिया जाए. 25 फीसद का बंधन समाप्त किया जाए.
प्रदेश स्तर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहायिकाओं के रिक्त पदों को शीघ्र भरा जाए.
पोषण ट्रैकर ऐप और अन्य कोई भी कार्य जब तक मोबाइल नेट चार्ज नहीं दिया जाता है, तब तक मोबाइल से कार्य ना लिया जाए.
रेडी टू ईट का परिवहन व्यय नहीं देकर परियोजना कार्यों से उठाव करने हेतु दबाव बनाना जा रहा है, जिससे निरस्त कर पूर्व के समान आंगनबाड़ी केंद्रों तक रेडी टू ईट प्रदान किया जाए.(Anganwadi worker)