छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में मुख्यमंत्री का दावेदार होगा BJP में ये बढ़ा चेहरा ,पढ़िए पूरी खबर
सोनु साहू रायपुर :-BJP chief ministerial candidate इन दिनों कई सवाल है जो छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में उठ रहे हैं इन सवालों का जवाब फिलहाल बीजेपी भी ढूढने की कोशिश कर रही है.दर्शल 15 साल सत्ता में रहे बीजेपी कभी भी एकजुट होकर एक दिशा में आगे नहीं बढ़ पाए 2018 विधानसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद निकाय चुनाव और एक के बाद एक 4 सीटों पर हुए उपचुनाव में जनता ने पूरी तरह से बीजेपी को नकार दिया है.
ऐसे में अब जब आगामी विधानसभा चुनाव में 1 साल बाकी है तो हाईकमान के सामने एक बड़ी चुनौती देखने को मिल रही है की पार्टी को दोबारा सत्ता में वापस कौन लेकर आएगा छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी लगातार छत्तीसगढ़ में बैठक ले रही और ग्राउंड पर उतर कर काम कर रही है लेकिन डी पुरंदेश्वरी साफ कह चुकी है कि भारतीय जनता पार्टी में कोई मुख्यमंत्री चेहरा पेश नहीं किया जाएगा इसके बाद से ही राजनीतिक गलियारों में चर्चा जोर पकड़ते दिख रहे चुनाव से पहले अगर सत्ता के लिए बहुमत मिला तो बीजेपी में पहला मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा यव सवाल सभी कार्यकर्ताओं के मन में भटक रहा है। BJP chief ministerial candidate
छत्तीसगढ़ 2023 विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा सत्ता में वापस आती है तो मुख्यमंत्री का चेहरा हो सकता है ये नेता नीचे पढ़िए वर्गों के हिसाब से
मुख्यमंत्री का सामान्य वर्ग का चेहरा
पहला चेहरा डॉ रमन सिंह – 15 सालों तक छत्तीसगढ़ प्रदेश की मुख्यमंत्री का कमान संभाल चुके है, 2004 में डॉ. रमन छत्तीसगढ़ विधान सभा के निर्वाचित सदस्य चुने गए
2008 – 12.12.2008 को छत्तीसगढ़ के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. सिंह ने शपथ ली. यह मुख्यमंत्री के रूप में उनका लगातार दूसरा कार्यकाल था।
2013 में डा. रमन सिंह के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार जीत दर्ज की और बतौर मुख्यमंत्री रमन सिंह का तीसरा कार्यकाल शुरू हुआ। इस बार भी वे राजनंदगांव से जीते।
2018 में रमन सिंह ने राजनंदगांव से एक बार फिर जीर्त दर्ज की और विधायक चुने गये। लेकिन विधानसभा चुनावों में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। और इस हार के साथ ही रमन सिंह का पंद्रह साल का शासन समाप्त हो गया। मुख्यमंत्री की कुर्सी पर उनकी जगह कांग्रेस के भूपेश बघेल काबिज हो गये। BJP chief ministerial candidate
दूसरा चेहरा बृजमोहन अग्रवाल – 63 वर्ष के उम्र में भी राजनीति में है काफी सक्रिय, रायपुर दक्षिण से 7 बार का विधायक है
तीसरा चेहरा संतोष पांडये– वर्तमान में राजनंदगांव से सांसद है, युवा और तेजतर्रार नेता के रूप में पहचाने जाते है, 2019 लोकसभा के चुनाव में प्रचंड वोटो से जीत दर्ज किया था, RSS और संगठन में सक्रिय नजर आते है संतोष पांडये, ऐसे में माने जाते है जो RSS में सक्रिय रहते है उस नेता का कद भाजपा में उचा रहता है,
चौथा चेहरा सरोज पांडये – वर्तमान में राज्यसभा सांसद है सरोज पांडेय और राष्ट्रीय महासचिव होने के साथ केंद्रीय नेताओं से जैसे गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी अच्छे संबंध बताए जाते हैं रायपुर और दुर्गा संभाग में एक सामान्य वर्ग से मात्र एक महिला चेहरा है।
मुख्यमंत्री का SC, ST वर्ग का चेहरा
पहला चेहरा रेणुका सिंह- वर्तमान में सांसद केंद्रीय राज्य मंत्री है उनकी तेजतर्रार छवि और सरगुजा संभाग में सक्रिय नेता माने जाते है जनता और मीडिया से भी अच्छा रूबरू होने की खासियत है आगामी चुनाव में मुख्यमंत्री का चेहरा बन सकती है
दूसरा चेहरा विष्णु देव साय- लगातार 3 बार भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष रहे है और संगठन के कामकाज को बेहतर तरीके से समझते है साथ ही हाईकमान के आदेशों का पालन अच्छी तरिके से करने में माहिर है।
तीसरा चेहरा- रामविचार नेताम– रमन सरकार में गृह सहित कई विभागों में मंत्री रह चुके हैं, संसद में छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के मुद्दों को प्रमुखता से लगातार उठाते हैं राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने के बाद अब अगामी में चुनाव के लिए रामानुजगंज विधानसभा पर फोकस रखें है रामविचार नेताम जहाँ से कई बार विधायक रह चुके है।
चौथा चेहरा नंदकुमार साय- सरगुजा संभाग में पार्टी के बड़े चेहरों में शामिल है संगठन के कई महत्वपूर्ण पदों के साथ कई बार सांसद विधायक रह चुके है , जोगी शासन काल मे नेता प्रतिपक्ष के रूप में कई बार आंदोलन किए है 2003 में CM पदों के प्रमुख दावेदारों में शामिल थे और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष भी रह चुके है, छत्तीसगढ़ में आदिवासी मुख्यमंत्री को लेकर भी आवाज उठाते रहते है।
मुख्यमंत्री का OBC वर्ग का चेहरा
पहला चेहरा धरमलाल कौशिक- वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष है, लगातार भाजपा के सक्रिय राजनीति से जुड़े है छत्तीसगढ़ में भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष और विधानसभा अध्यक्ष भी रह चुके है नेता प्रतिपक्ष होने के कारण कांग्रेस सरकार के खिलाफ जम कर हमला बोलते है इस लिये इन्हें भी मुख्यमंत्री का दावेदार बना सकती है
दूसरा चेहरा ओपी चौधरी – 2005 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं जो 13 साल तक प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर सेवा दिए, ओपी चौधरी पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह का काफी करीबी था और इन्हें 2018 विधानसभा चुनाव में रायगढ़ खरसिया सीट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के बेटे उमेश पटेल के खिलाफ चुनाव लड़े थे लेकिन करारी हार मिला इसके बावजूद भी संगठन को तैयार करने में दिन-रात एक कर दिए ऐसे में बीजेपी मुख्यमंत्री का चेहरा बन सकता है माना जाता है कि जिसको प्रशासनिक अनुभव के साथ साथ 3 से 4 साल की राजनीतिक अनुभव भी हो चुका है, ऐसे में पार्टी इनका चेहरा भी सामने ला सकती है।
तीसरा चेहरा विजय बघेल- वर्तमान में दुर्ग सांसद है 2019 लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा वोटो से जीतने वाला सांसद माना जाता है कि केंद्रीय मंत्री और संगठन के नेताओं से अच्छे संबंध बना हुआ, एक बार विजय बघेल 2008 विधानसभा चुनाव में भुपेश बघेल को भी हरा चुके है. ऐसे में पार्टी इनका चेहरा भी सामने ला सकती है।
लगातार 15 साल सत्त सत्ता में रहे भारतीय जनता पार्टी को अब चेहरा मिलना मुश्किल नजर आ रहे हैं क्या इन 11 चेहरों में से एक चेहरा को मुख्यमंत्री के दावेदार पर सामने लाकर भारतीय जनता पार्टी मैदान पर उतरेगी या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को लेकर जनता तक पहुंचेगी यह देखने वाली बात होगी इन दिनों प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के भीतर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर एक जंग छिड़ा हुआ अब देखना यह होगा कि कब तक मुख्यमंत्री का चेहरा का नाम सामने आता है।