मेडिकल छात्र ह बनाईस पताल के चटनी, सोशल मीडिया म होइस विडियो वायरल

RJ NEWS- संगवारी हो! घाम के दीन म मुँह म थोकुन अमसुरहा ह मिठाथे। अउ एहा तो आमा अउ अमली मिले के दिनेच होथे। त अइसे म सब के घर म मानो रोजेच एकर चटनी ह बनते रइथे। गर्मी म एहा सुवाद के संग स्वास्थ ब घलो बढ़िया होथे। आमा अऊ अमली ह तासीर ल ठंढा राखथे अऊ पाचन ब फायदा करथे। लू ले बचाय रथे अऊ पताल -अमली के चटनी रहय त भात ह दु कंवरा अक्तिहा खवाथे।
पताल के चटनी
जिनिस
2 ठि पताल
1 ठ गोंदली
3 ठ हरियर मिरचा
थोकन धनिया पान
6 -7 ठ पुदेना पान
6 कली लसुन
1 चम्मस सक्कर
सेवाद बर नून
बिधि
सब ले पहिली पताल ल पानी म बने धो लेना हे।
तेकर ले पताल ल नान नान कुटी म चान लेना हे।

अब तेकर ले सील-लोढ़ा ल बने सफ्फा कर के आमा के चानी ल कुच लेना हे। (जेकर से पिसे म असानी होही)
टमाटर ह कुचा जाहि तिहा जम्मो जिनिस ल सील-लोढ़ा म कर के पीस लेना हे।
तियार होगे कस्सा आमा के चटनी ।
पाके अमली के चटनी
इमली के चटनी
जिनिस
1 कटोरी पाका अमली
1 चम्मस सक्कर
1 ठी गोंदली
1 कटोरी पानी
सुवाद बर नून
बिधि
पहिली त पाके अमली के फोकला ल हेर के अमली ल कुच लेना हे।
अमली ह कुचा जाहि तिहा ओमा के चिचोला ल हेर लेना हे ।
“अमली के चिचोला ल लईका मन कुच के दु फाली कर के पँचवा, पच्चीसी सहीं खेल खेलथें। वईसने एकर चिचोला ल माटी म गड़िया के जब ओमा जरी आ जाथे त ओला भूँज के खाय घलो जाथे।

अमली के चिचोला ल हेरे के गए ले अमली के गुदा ल एक पुरुत के पानी म धो लेना हे, जेकर से धुर्रा-माटि चटके रही तेन ह धोवा जाए।
तेकर ले अब आधा कटोरी पानी म ४-६ पोटी अमली के गुदा ल डार के २ घन्टा ब मढ़ा देना हे। (तुरते तुरुत खाए ब हे त अमली ल पानी ल थोकुन तीपो के ओहि म १०मिनिट फूलो देना हे)
अब अमली ह पानी म फूल जाहि तिहा ओखर गुदा ल पानी म गुड़ के बने रिमंज देना हे।
जेतका गुदा निकलही ओला बाहिर हेर देना हे।
तेकर ले अब अमली के पानी म सक्कर अउ नून ल डार के बने मिंझार देना हे। (जेतका बेर अमली ल पानी म फूलोथे ओतके बेर घलौ डार सकत हव)
गोंदली ल नान-नान चानी कर के ओहि अमली के चटनी म डार देना हे।
थोकुन झार/चुप्पुर खाए के मन हे त हरियर मिरचा ल घलौ ओमा डार सकत हव।
लेवा आपमन के अमली के चटनी तियार हे।