
सरदारशहर – मितासर गांव में 6 अप्रैल की रात को कीचड़ में मिली नवजात बच्ची के मामले में सोमवार शाम को पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. थाना अधिकारी बलराज सिंह मान ने बताया कि 6 अप्रैल को मितासर गांव में एक जिंदा नवजात बच्ची मिलने का मामला सामने आया था ग्रामीणों द्वारा नवजात बच्ची को सरदारशहर के राजकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
सूचना पर पहुंची पुलिस ने ग्रामीण ओमप्रकाश सारण की रिपोर्ट पर पुलिस थाने में अज्ञात के खिलाफ पर बच्ची की पहचान छुपाने का मामला पुलिस थाने में दर्ज किया था. वहीं, बच्ची को जब राजकीय अस्पताल लाया गया था तो बच्ची लहूलुहान और कीचड़ से सनी हुई थी. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर चंद्रभान जांगिड़ द्वारा बच्ची का इलाज शुरू किया गया और सरदारशहर पुलिस थाने के एसआई माणकलाल ड्यूटी मामले की गंभीरता से जांच में जुट गए.
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बता दें कि 4 दिन तक लगातार मितासर गांव जाकर अनुसंधान करने के बाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली. गांव की ही एक कुंवारी नाबालिक लड़की द्वारा इस नवजात बच्ची को जन्म देने के तुरंत बाद कीचड़ में फेंक दिया गया. पुलिस ने सोमवार शाम को नाबालिक लड़की को उसके चाचा के घर से ही निरुद्ध कर किशोर न्यायिक बोर्ड के समक्ष पेश किया है.
वहीं, इस मामले में और कौन-कौन शामिल है इसकी भी पुलिस गहनता से जांच कर रही है. पुलिस जल्द घटना में शामिल अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करेगी. मामले को खुलासा करने में कॉन्स्टेबल अनिल सैनी और महिला कॉन्स्टेबल ममता की अहम भूमिका रही. बता दें कि नवजात बच्ची का चूरू के राजकीय भरतिया अस्पताल में इलाज जारी है.