नगरी-धमतरी – वनांचल स्थित आदिवासी विकासखंड नगरी के प्राथमिक शालाओं में अध्ययनरत कक्षा पहली एवं दूसरी के बच्चों की माताओं को शिक्षा से जोड़ने हेतु “अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है | इस कड़ी में 22 मार्च को प्राथमिक शाला देवपुर में संभाग स्तरीय “अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ | कार्यक्रम में उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी डा.रजनी नेल्सन ने उपस्थित माताओं को बच्चों की प्रथम गुरु बताते हुए बच्चों के शारीरिक, मानसिक,बौद्धिक विकास में उत्तरोत्तर उन्नति हेतु सक्रिय भूमिका की सराहना की | इस अवसर पर विकासखंड शिक्षा अधिकारी नगरी सतीश प्रकाश सिंह ने “अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम के उद्देश्यों एवं महत्व को बताया ।
बी.ई.ओ.सतीश प्रकाश सिंह ने “अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम से जुडी हुई समस्त माताओं द्वारा बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए किये जा रहे विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के बारे में बताया ।
संभाग स्तरीय “अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम में प्राथमिक शालाओं के कक्षा 5 से 8 वर्ष के बच्चों को उनके माताओं के द्वारा घर पर रहकर सीखने हेतु महिला शिक्षिकाओं तथा माताओं को सपोर्ट कार्ड के माध्यम से 9 काउंटरों में गतिविधि करवाकर बच्चों के शारीरिक एवं बौद्धिक परीक्षण तथा माताओं को घर में उपलब्ध सामग्री से गणित और भाषा की अवधारणाओं को सीखने की प्रक्रिया कराई गई ।
जिसमे 11 आंगनबाड़ी पहली से 20 दूसरी से 24, कुल 55 बच्चें और पालक सम्मिलित हुए | कार्यक्रम में स्मार्ट माता के रूप में ईश्वरी कोसरे ग्राम देवपुर को क्राउन एवं टैग पहनाकर सम्मानित किया गया | जिससे सभी माताओं को प्रेरणा मिली |
संभाग स्तरीय “अंगना म शिक्षा 2.0” कार्यक्रम में विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से बच्चें खेल-खेल में आकार,ज्यामितीय अवधारणा, जोड़-घटाना, संख्या पूर्व व भाषा पूर्व अवधारणा की समझ विकसित करते है | साथ ही माताएं भी बच्चों को विभिन्न शैक्षणिक अवधारणाओं को घर पर उपयुक्त सामग्री से क्रियान्वित करना सिखाती है।
इस अवसर पर सरपंच आरती ध्रुव, डा.व्ही.पी.चंद्रा प्राचार्य डाईट, प्रकाश राय सहायक प्राध्यापक डाईट, प्राचार्य पी.सी.झा,बी.आर.सी.बी.एम.साहू,संकुल समन्वयक अतुल ध्रुव,एस.आर.जी प्रीति शांडिल्य,प्रथम संस्था के हितेश सांग,संजय नेताम,सुदरू भारती सहित रायपुर संभाग के जिले धमतरी एवं गरियाबंद के प्रधान पाठक,शिक्षक-शिक्षिकाएं एवं बच्चों की माताएं,छात्र-छात्राएं एवं ग्राम वासी उपस्थित थे |