नवापारा राजिम ।निकटवर्ती ग्राम पारागांव में 74 साल के वृद्ध को चाकू मारकर 7 हजार रुपए की लूट करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है . 26 फरवरी की रात 10 बजे के करीब ग्राम पारागांव में हीरालाल पिता रामकिसुन साहू (उम्र 74 वर्ष) अपने घर पर सोए हुए थे . इसी दौरान किसी ने उनके घर का दरवाजा खटखटाया .
हीरालाल ने जैसे ही दरवाजा खोला, बाहर खड़े अज्ञात शख्स ने उनके पेट में धारदार चाकू से हमला कर दिया, जिससे हीरालाल गंभीर रूप से घायल होकर वहीं गिर गये . इसके बाद आरोपी घर के अंदर की ओर से घर से लगे हीरालाल के धान खरीदी के दुकान में घुसा और गल्ले में रखे 7 हजार रुपए निकालकर खून से सने चाकू को वहीं फेंककर भाग निकला . मामले की जानकारी मिलने पर डायल 112 की सहायता से घायल हीरालाल को रात में ही गोबरा नवापारा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया, जहां से उसकी हालत को देखते हुए उसे मेकाहारा रायपुर रिफर कर दिया गया था . इधर पुलिस द्वारा उसी रात अज्ञात आरोपी के विरुद्ध आईपीसी की धारा 397 का मामला कायम कर उच्च अधिकारियों के मार्गदर्शन में अज्ञात आरोपी की लगातार पतासाजी की जा रही थी .
थाना प्रभारी बोधन साहू के नेतृत्व में मामले की जांच कर रही पुलिस को इस दौरान मालूम हुआ कि महासमुंद का कोई युवक धान बेचने के लिए घटना के एक-दो दिन पूर्व हीरालाल के दुकान में आया हुआ था . इस सूचना के बाद पुलिस ने संबंधित युवक की जानकारी जुटाई तो वह रविदास गार्डन के सामने वार्ड नंबर 6 नवापारा (महासमुंद) का रहने वाला आर्यन पिता संतोष तिवारी (उम्र 19 वर्ष) निकला . इसके बाद जब गुरुवार शाम को पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ की, तो आरोपी ने अपना गुनाह कबूल करते हुए अपने ही मोहल्ले के रहने वाले सहयोगी नईम अली के साथ उक्त वारदात को अंजाम देना कबूल किया . आरोपियों के पास से लूट का कुल 2 हजार रुपए बरामद किया गया है जबकि बाकी पैसे आरोपियों ने खर्च कर दिए थे . दोनों आरोपियों को आज शुक्रवार को न्यायिक रिमांड के लिए न्यायालय रायपुर के समक्ष पेश किया जा रहा है .
थाना प्रभारी बोधन साहू ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि मामले में अज्ञात आरोपी की पतासाजी करना काफी चुनौती भरा था, लेकिन उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में पुलिस आखिरकार आरोपियों तक पहुंच गई . मामले का मुख्य आरोपी आर्यन तिवारी है जो 24 मार्च को धान बेचने के लिए हीरालाल के घर से लगे धान खरीदी दुकान में आया था . इस दौरान आरोपी ने हीरालाल के गल्ले से चुपचाप दो सौ रुपए निकाल लिए थे, जिसे हीरालाल ने देख लिया था और इसके बाद आरोपी को जमकर फटकार लगाई थी .
आरोपी इससे काफी आक्रोशित हो गया था और बदला लेने की फिराक में था . इसी के तहत उसने अपने ही मोहल्ले में रहने वाले नईम अली पिता जफर अली (उम्र 19 वर्ष) को झांसा दिया कि वृद्ध हीरालाल घर में अकेला रहता है और उसके गल्ले में हर वक्त काफी पैसे रहते हैं . वे दोनों रात के वक्त हीरालाल को चाकू मारकर सारा पैसा लूट कर भाग जाएंगे और आधा-आधा बांट लेंगे . पैसों के लालच में नईम, आर्यन का साथ देने को तैयार हो गया . योजना अनुसार दोनों 26 मार्च की रात को बस से आरंग पहुंचे और फिर आरंग से लिफ्ट लेकर 9:45 बजे के करीब पारागांव पहुंचे .
यहां दोनों ने उचित समय की प्रतीक्षा की और फिर पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद आर्यन ने नईम को हीरालाल के घर से कुछ दूरी पर निगरानी करने के लिए खड़ा कर दिया और खुद धारदार चाकू लेकर हीरालाल के घर का दरवाजा खटखटाने पहुंच गया . वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपी जैसे आए थे, वैसे ही महासमुंद भाग गए और लूट के 7 हजार में से 35-35 सौ रुपए आपस में बांट लिए थे .