
छत्तीसगढ़ राज्य की धर्म धरा प्रयाग धाम राजिम में राजिम टाईम्स एवं वक्ता मंच रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में राजिम काव्य महोत्सव एवं छत्तीसगढ़ के श्रेष्ठ अलंकरण सम्मन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें गरियाबंद जिला के सबसे बड़े ग्राम कोपरा के निवासी बहुमुखी प्रतिभा के धनी राष्ट्रपति पुरस्कृत शिक्षक, साहित्यकार, गीतकार, राज्य स्तरीय मानस मंचों के श्रेष्ठ संयोजक और संचालक, अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अवार्ड विनर, कैरियर कौंसलर डाॅ मुन्ना लाल देवदास को छत्तीसगढ़ राज्य के श्रेष्ठ अलंकरण ” माता कौशल्या सेवा सम्मान 2022 ” से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अंचल के विभिन्न विधाओं के 40 प्रतिभावान कवि, साहित्यकार और लोक कलाकारों का भी सम्मान किया गया।

डाॅ देवदास को माता कौशल्या सेवा सम्मान से नवाजे जाने का मुख्य कारण यह है कि उनके द्वारा छत्तीसगढ़ की बेटी कौशल्या माता की महिमा को, उनके जीवन चरित्र को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से विगत चार वर्षों से पाँच सूत्रीय अभियान चलाया जा रहा है। उस पाँच सूत्रीय अभियान में प्रथम है – कौशल्या माता मंदिर चंदखुरी में राज्य स्तरीय ऐतिहासिक पितर मानस महोत्सव का संयोजन और संचालन करना। द्वितीय – छत्तीसगढ़ की बेटी कौशल्या नामक पत्रिका का संपादन करना, जिसका प्रकाशन छत्तीसगढ़ शासन संस्कृति विभाग द्वारा किया गया और विमोचन रामवनगमन परिपथ यात्रा के समापन समारोह में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री एवं मंत्रिमंडल द्वारा कौशल्या माता मंदिर चंदखुरी में संपन्न हुआ।
तृतीय सूत्र है – गीतों के माध्यम से कौशल्या माता की महिमा को जन जन तक पहुंचाने के लिए देवदास ने एक बहुत सुंदर छत्तीसगढ़ी गीत की रचना की । जिसके बोल हैं –
मंय पइयां लागंव हो मईंया ,
कौशल्या महतारी।
छत्तीसगढ़ के दुलौरिन बेटी,
महिमा हावे तोर न्यारी ।।
इसे सुनील सोनी और विनीता धीवर ने आवाज दी,सुंदरानी वीडियो वर्ल्ड ने लांच किया और छत्तीसगढ़ शासन के मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया और माता कौशल्या जन्मभूमि सेवा संस्थान चंदखुरी नगर वाससियों की गरिमामयी उपस्थिति में कौशल्या मंदिर चंदखुरी में विमोचन हुआ ।
इसी प्रकार चतुर्थ सूत्र है कौशल्या मंदिर चंदखुरी में प्रत्येक रविवार को दूर दूर से आने वाले दर्शनार्थियों को माता जी की महिमा से अवगत कराने के लिए रविवारीय मानस गान महोत्सव का संयोजन करना । पंचम सूत्र है माँ कौशल्या के जीवन चरित्र पर आधारित अखिल भारतीय काव्य लेखन प्रतियोगिता का आयोजन करना। इसके लिए देवदास ने 15000 रु. का नगद पुरस्कार भी रखा है। सभी प्रतिभागियों को ई- प्रमाण पत्र दिया जाएगा एवं राष्ट्रीय स्तर पर माँ कौशल्या काव्य संकलन का प्रकाशन किया जाएगा।
यहाँ यह भी बताना जरुरी है कि छत्तीसगढ़ की बेटी कौशल्या माता के प्रचार प्रसार के लिए छत्तीसगढ़ के गाँधी ब्रह्मलीन संत कवि पवन दीवान जी ने जीवन भर आवाज बुलंद की। वे कौशल्या माता को छत्तीसगढ़ की अस्मिता, सभ्यता, संस्कृति और संस्कार मानते थे।इसी तारतम्य में हम देवदास के प्रेरणादायी कार्यों को दीवान जी के सपने को साकार करने की दिशा में अभिनव पहल मान सकते हैं।
अंततः यह कहा जा सकता है कि वक्ता मंच रायपुर ने देवदास को श्रेष्ठ सेवा कार्य के लिए श्रेष्ठ अलंकरण माता कौशल्या सेवा सम्मान देकर छत्तीसगढ़ वासियों की अस्मिता का और पवन दीवान के सपनों का सम्मान किया है। इस राजिम काव्य महोत्सव एवं श्रेष्ठ अलंकरण समारोह के मुख्य अतिथि थे छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ परदेशी राम वर्मा, अध्यक्षता अध्यक्ष नगर पंचायत राजिम रेखा जितेन्द्र सोनकर ने की, विशिष्ट अतिथि हास्य कवि एवं साहित्यकार कांशीपुरी कुंदन थे। स्वागत उदबोधन एवं आयोजन के उद्देश्य पर राजिम टाईम्स के संपादक तुकाराम कंसारी ने सारगर्भित जानकारी दी और आभार व्यक्त किया वक्ता मंच रायपुर के अध्यक्ष राजेश पराते ने ।
डाॅ मुन्ना लाल देवदास को उनकी उपलब्धि एवं सेवा सम्मान के लिए अशेष शुभकामनाएं एवं बधाईयाँ देने वालों में प्रमुख है माता कौशल्या जन्मभूमि सेवा संस्थान चंदखुरी के समस्त पदाधिकारी एवं नगरवासी, कौशल्या शोध संस्थान छत्तीसगढ़, शिक्षा विभाग गरियाबंद, तुलसी मानस प्रतिष्ठान छत्तीसगढ़, हिन्दी साहित्य भारती और रत्नाँचल जिला साहित्य परिषद गरियाबंद, मम राजीव लोचन जिला मानस संघ गरियाबंद, एवं जन्मभूमि कोपरा के समस्त सम्माननीय नगरवासी ।