प्रतापपुर / सहायक वन संरक्षक ओडगी मनोज शाह के अध्यक्षता सहायक वन संरक्षक संघ वनपरिक्षेत्राधिकारी संघ व छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के संयुक्त बैठक
शासकीय काष्ठागार अमबिकापुर मे बैठक आयोजित किया जिसमे 7 बिन्दुओ पर चर्चा हुई जिसमे प्रतापपुर वन परिक्षेत्र के सरहरी में हाथी के हमले से ग्रामीण की मौत के बाद उपजे आक्रोश को शांत करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए सरगुजा के मुख्य वन संरक्षक अनुराग श्रीवास्तव ने प्रतापपुर के वन परिक्षेत्र अधिकारी कमलेश कुमार राय, परिक्षेत्र सहायक गुलशन यादव व परिसर रक्षक जितन सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वन संरक्षक द्वारा की गई निलंबन की कार्रवाई का वन कर्मचारी संघ ने कड़ा विरोध किया है। हाथियों से सर्वाधिक प्रभावित सूरजपुर जिले के वन कर्मचारियों ने गुरुवार को बैठक में निर्णय लिया है कि निलंबित अधिकारी-कर्मचारियों को बहाल नहीं किया जाता है तो अगले पांच अक्टूबर तक सूरजपुर जिले में वन रक्षक से लेकर उप वनक्षेत्रपाल तक हाथी-मानव द्वंद पर नियंत्रण का कोई कार्य नहीं करेंगे। यदि इसके बाद भी मांगो पर विचार नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। वन कर्मचारी संघ के बैनर तले जिले भर से जुटे वन कर्मचारियों ने निर्णय से विभाग के उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया है। सरगुजा वन वृत्त में सूरजपुर जिला हाथियों से सर्वाधिक प्रभावित है। प्रतापपुर, घुई वन परिक्षेत्र में पचास से अधिक हाथी स्वच्छंद विचरण कर रहे है।
इनकी निगरानी और जानमाल की सुरक्षा का कार्य वन अधिकारी,कर्मचारियों द्वारा नहीं किए जाने के निर्णय से प्रभावित क्षेत्र के लोग भी चिंतित है। बैठक में संघ पदाधिकारियों ने कहा कि प्रतापपुर वन परिक्षेत्र में अधिकारी,कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं। हाथियों की निगरानी और जान माल की सुरक्षा के लिए अलग से संसाधन की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन अधिकारियों द्वारा इस ओर कोई ध्यान ही नहीं दिया जा रहा है।उक्त बैठक मे 7 प्रमुख मांग रखी गई है बैठक सहायक वन संरक्षक एसबी पांडे मनोज शाह सरगुजा संभाग रेजर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक तिवारी उपवनक्षेत्रपाल कमलेश राय छत्तीसगढ़ वन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष जयकरण सिह आदी उपस्थित थे