
झारखण्ड। रांची के बहुचर्चित जमीन घोटाले में ईडी की रांची टीम ने बुधवार देर शाम कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। इस मामले में बीते महीने ईडी ने रांची के पूर्व डीसी आईएएस छवि रंजन समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इन सभी पर सेना के कब्जे वाली साढ़े चार एकड़ जमीन के फर्जी दस्तावेज के आधार पर खरीद-फरोख्त में शामिल रहने का आरोप है। (There will be inquiry in the land scam)
फर्जी कागजात के आधार पर प्रदीप बागची नामक शख्स ने कोलाकाता के जगतबंधु टी इस्टेट के मालिक दिलीप घोष को यह जमीन बेची थी। इस कंपनी में अमित अग्रवाल भी सहयोगी हैं। कंपनी के दिलीप घोष को ईडी ने पहले समन किया था, लेकिन वे नहीं पहुंचे थे। फर्जीवाड़ा का खुलासा आयुक्त की जांच रिपोर्ट में पहले ही हो चुका था। बाद में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू की। ईडी ने इस घोटाले में अब रांची के बड़ागाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, सेना के कब्जे वाली जमीन के फर्जी रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली, इम्तियाज खान, तल्हा खान, फैयाज खान और मोहम्मद सद्दाम को गिरफ्तार किया था। (There will be inquiry in the land scam)