नोएडा: एसटीएफ और नोएडा पुलिस की संयुक्त टीम ने ट्रक चालकों से मिली भगत करके कंपनियों से मोबाइल चोरी कर बांग्लादेश तस्करी करने वाले गैंग के 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से 100 मोबाइल रियल मी और ओप्पो कंपनी के बरामद किए हैं। ये लोग त्रिपुरा और अगरतला के रास्ते बांग्लादेश मोबाइल तस्करी करते थे। 5 people were caught
एसटीएफ अपर पुलिस अधीक्षक राज कुमार मिश्रा ने बताया कि एसटीएफ को कई दिनों से इस तरह की जानकारी मिल रही थी कि एक गिरोह लॉजिस्टिक सेंटरों पर मॉल ढोने वाले ट्रांसपोर्ट के यहां अपने ड्राइवर रखवा रहे हैं। साथ ही चोरी के मोबाइल को अगरतला के जरिए बांग्लादेश भेजा जा रहा है। इस पर एसटीएफ नोएडा और आगरा दोनों को इस ऑपरेशन में शामिल किया गया। 12 जून को मुखबिर से सूचना मिली कि सूरजपुर के लॉजिस्टिक सेंटर से चोरी के मोबाइल को बेचने वाला गैंग यहां मौजूद है। ऐसे में तिलपता गोल चक्कर के पास एक कार से दूसरी कार की डिग्गी से बोरे में मोबाइल फोन को रखते हुए एसटीएफ ने पांचों को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान अनिल कुमार, अंशु, हर्ष बंसल, केशव, राजीव हुई है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ये लोग ट्रक ड्राइवर से साठ गांठ करे लॉजिस्टिक कंपनी के द्वारा मॉल के पैकेट पर लगाई गई मैग्नेटिक सील को खोलने के लिए एक डिवाइस का प्रयोग करते थे। सील खुलने के बाद ये चोरी करते और दोबारा से सील को लगा दिया जाता था। इस तरह से वेयर हाउस और लॉजिस्टिक कंपनी को सील खुलने की जानकारी देर से मिलती थी। पूछताछ में बताया कि 15 मई 2023 को अंशु ने मलकपुर सूरजपुर की शैडो फैक्स कंपनी में साठगांठ करके अनिल कुमार को यहां ड्राइवर रखवा दिया। ये कंपनी सैमसंग कंपनी के लिए लॉजिस्टिक का काम करती है।
24 मई को अनिल कुमार सैमसंग कंपनी के मोबाइल का ट्रक बिलासपुर हरियाणा के लिए गाड़ी लेकर निकला। रास्ते में जीतू, अंशु, केशव और हर्ष ने 280 मोबाइल निकाल लिए। बिलासपुर के वेअरहाउस में गाड़ी खड़ी करके अनिल भी गायब हो गया। हर्ष बंसल ने चोरी किए गए 280 मोबाइल को गुजरात निवासी कासिम को बेच दिया। 5 people were caught
कासिम ने रामसंस कार्गो के माध्यम से एयर कार्गो द्वारा अगरतला, त्रिपुरा निवासी आमिर हुसैन को मॉल भेज दिया। यहां से ये मॉल बांग्लादेश भेज दिया गया। इसके बदले कासिम ने हर्ष को दिल्ली में 19 लाख 60 हजार रुपये भिजवा दिए। इनका एक साथी अलीगढ़ से भी गैंग चला रहा था। वहां अभिषेक गिरि ने अपने गैंग के लोगों के साथ मिलकर यून टाई इंटरनेशनल सप्लाई चेन मैनेजमेंट के ट्रांसपोर्ट से 980 मोबाइल चोरी किए थे। ये मोबाइल भी बांग्लादेश भेजे जाने थे।