31 वर्ष पुराना जर्जर भवन सात वर्षो से मरम्मत का अभाव खस्ताहाल भवन मे रहने मजबुर 50 नौनिहाल बालक आश्रम सेमरा कला का बुरा हाल कहाँ है सहायक आयुक्त आदीवासी विकास ???
प्रतापपुर / विकासखंड प्रतापपुर के ग्राम सेमरा कला में आदीम जाति कल्याण विभाग का बालक आश्रम अपने बेबसी के कहानी को लिए खडा है कहने को जिम्मेदार अधिकारी हैं लेकिन यहाँ का हाल देखकर ऐ कहा जा सकता है की अधिकारी केवल एसी रुमो मे बैठ कर योजाना संचालित कर रहे है और सहायक आयुक्त आदीवासी विकास केवल जनप्रतिनिधियों के आव भगत मे रह रहे है इनको कहाँ फुर्सत है ऐ सब देखने का
प्रतापपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत सेमरा कला में 1986 से बालक आश्रम संचालित है और इसके भवन का निर्माण 1991 में हुआ था तब से इस भवन मे आश्रम चल रहा है 2003 से यहां पदस्थ अधीक्षक साईमन तिर्की बताते हैं कि जब से मै यहाँ हु तब से तीन चार बार ही इसका मरम्मत का कार्य हुआ है आखरी बार मरम्मत 2012-13 में हुआ था उसके बाद आज तक नहीं हुआ कई बार पत्र लिख चुका हु जिम्मेदार अधिकारियों को जानकारी भी दे चुका लेकिन कोई ध्यान नही देता है गंभीर विषय यह है कि शासन की तरफ से हर वर्ष आश्रम छात्रावासों के मरम्मत के लिए राशि जारी होती है
वह कहां जाती है भवन की स्थिति काफी खराब हो गई है बिजली के तार लटके हुए हैं शौचालय का दरवाजा टूट गया है छत के प्लास्टर अपने आप गिर रहे हैं जिसे देखने और सुध लेने का किसी के पास समय नहीं है आखिर शासन से प्राप्त लाखों करोड़ों का बजट जाता कहां है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मरम्मत की राशि में बड़ा बंदरबांट किया जाता है जिससे सहायक आयुक्त कार्यालय मैं बैठे इंजीनियर और ठेकेदारों की मिलीभगत से राशि का बंदरबांट कर लिया जाता है अब देखना है कि खबर के बाद सहायक आयुक्त कार्यालय के जिम्मेदार जागते हैं कि नहीं और जिले के संवेदनशील कलेक्टर कया कार्यवाही करते है