जांजगीर चांपा बिना लाईसेंस के दर्जनों अवैध लाल ईट भट्टी हो रहा है संचालन आज तक इन भट्ठों में खनिज विभाग की नजर नहीं चोरी कोयले से पकाया जा रहा है ईट ।
लक्ष्मण कुर्रे जांजगीर चांपा जिले में खनिज विभाग के कुंभकर्णी नींद के वजह से अवैध खनिज उत्खनन और अवैध लाल इट भट्ठो की बाड़ सी आ गई है जिले के जैजैपुर तहसील के अन्तर्गत दर्जनों अवैध लाल इट भट्ठी संचालित की जा रही है आपको बात दे कि जैजैपुर के सिल्ली ग्राम पंचायत में किशन राठौर द्वारा लाल इट भाठो का अवैध कारोबार शासन प्रशासन के नियमो को ताक में रखकर काफी लंबे समय से बिना लिज के अवैध इट भट्टियों का संचालन किया जा रहा है और प्रत्येक दो हजार इटो की कीमत आठ से नौ हजार रूपए के बीच लगाई जा रही है मगर सोचने वाली बात यह है कि इट भट्टी संचालित करते हुए कई साल हो गए है मगर खनिज विभाग को इस अवैध इट भट्टी की जानकारी नहीं होना समझ से परे है या फिर खनिज विभाग के अधिकारियों को उनके कमीसन का हिस्सा पहुंच जाता है आपको बता दे की जैजैपुर क्षेत्र के सिल्ली में गांव में न केवल इट भट्टो का अवैध कारोबार होता है बल्कि यह पर अवैध रेत उत्खनन और मिट्टी का उत्खनन भी जोरों से होता आ रहा है
इट भटठो के संचालक द्वारा किया जाता है अवैध रेत और मिट्टी का का उत्खनन
आपको बता दे की सिल्ली कि किशन इट ईट भट्ठा के संचालक किशन राठौर के द्वारा जगह जगह समतल भूमि और खोद कर मिट्टी लाकर इट बनने के लिए लाया जाता है साथ ही वहीं ,रेत की अवैध खनन पास के है उष्ण नदी और कुम्हारी पठान घाट के नदी से की जाती है जिससे नदी की अस्तित्व और नदी किनारे खेत कहलिहनो की अस्तित्व खतरे में है
इट पकाने के लिए चोरी के कोयलों का किया जाता है इस्तेमाल
आपको बता दे की इस लाल इट भठ्ठो के अवैध कारोबार में में खासतौर से चोरी की कोयले का उपयोग किया। जा रहा है कोयले की गाड़ी कहीं और जाने के लिए निकलती है मगर पहुंच कहीं और जाती है जिससे सरकार को लाखों रुपए राजस्व का नुक़सान भी हो रहा है और कोयले के धुएं से आस पास के लोगों का भी जीना मुश्किल सा हो गया है कोयले के इस धुएं के वजह से आसपास ले लोगो का जीना भी मुश्किल सा हो गया है वहीं अब देखना होगा कि पत्रकारों के खबर प्रकाशन और खनिज विभाग को भट्टी की जानकारी अवगत करने के बाद कब तक जिम्मेदार अधिकारी इस पर कार्यवाही कर इस अवैध कारोबार को बंद करवाते है