सरपंच सचिव का हिमाकत तो देखीए सामग्री सपलाई कर्ता के बिल हटा लगा लिया फर्जी बिल और आहरण कर लिया राशि मनेरगा कुप निर्माण मे धांधली……..

प्रतापपुर / राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु योजना संचालित हो रही है लेकिन इसके जिम्मेदार अधिकारी इसको भ्रष्टाचार में तब्दील कर दिए हैं परत दर परत भ्रष्टाचार के इस क्रम में सरपंच सचिव से लेकर ऊपर में बैठे अधिकारी भी जिम्मेदार हैं निर्माण कर नाम पर जमकर भ्रष्टाचार किया जाता है और अधिकारी कर्मचारी अपनी जेब भरते हैं
ताजा मामला जनपद प्रतापपुर के ग्राम पंचायत बोगा का है जहाँ जगनराण नामक एक एक हितग्राही का कुप निर्माण वर्ष 2018- 19 मे स्वीकृत हुआ जिसकी लागत 4.50 लाख मजदूरी सहीत था जिसकी निर्माण की जिम्मेदारी ग्राम के सरपंच सचिव की थी लेकिन इनके द्वारा काम नही कराने पर हितग्राहियों खुद ही कुंआ खोदना प्रारंभ कर दिया कुंआ खुद के बाद उसमे सामग्री लगने की बारी आई तो हितग्राही ने अपने साधन से गांव खिरोधन से समपुर्ण सामग्री लेकर कुप निर्माण करा लिया जब जनपद बिल लगने की बारी आई तो हितग्राही ने खिरोधन का बिल लगा जनपद मे जमा कर दिया और सामग्री के राशि के आने का इंतजार करने लगा बहुत दिनो से राशि नही आने पर हितग्राही ने जनपद जाकर पता किए तो पता चला सरपंच सचिव किसी सदानंद पैकरा का बिल लगा कर पैसा आहरण कर गबन भी कर दिए और बीच सामग्री देने वाले खिरोधर का गंभीर बिमारी से मौत हो गया तब जाकर हितग्राही और मृतक की पत्नी कैलासो सरपंच सचिव से कई बार पैसे का मांग कर चुके है लेकिन उनका भुकतान देने बजाए देख लेने की धमकी दे रहे है
अपर कलेक्टर द्वारा लगाए जा रहे जनसंवाद मे भी इनके द्वारा जांच राशि दिलवाने की मांग की गई जिस पर जनपद कार्यक्रम अधिकारी प्रेमसाय जांच मे खुद बोगा गांव गए थे जांच के तैयार अनिमियता पाई गई है और इनके द्वारा बताया गया कि सरपंच सचिव कुट रचित दस्तावेज लगाकर राशि आहरण करने के मामले अपराधिक प्रकरण दर्ज कर राशि वसुली की कार्यवाही की जाऐगी वहीं जनपद पंचायत के अध्यक्ष जगतलाल आयाम ने मामले को गंभीर बताया है और कार्यवाही करने का निर्देश अधिकारियों को दिए है