शासन का आदेश बडा या अफरशाही ? निलंबित के बाद भी पद पर बैठे हुए है फॉरेस्ट अधिकारी|
प्रतापपपुर डीएफओ एसडीओ व रेजर शासन से उपर है क्या,
क्या अफरशाही सुरजपुर जिले में हावी है चार दिन पहले शासन के हटाने के बाद अभी भी जमे है अधिकारी, जी हां यह माजरा सूरजपुर जिले का है जहां इसी माह 10 जून को एक नर हाथी का शव जंगल में मिला था जिसकी मौत आकाशी बिजली से होना बताया गया था लेकिन उक्त हाथी शव मिलने के 10 दिन पहले ही मृत हो चुका था जंगल गए किसी ग्रामीण के द्वारा जब से देखा गया तो इसकी सूचना वन विभाग को दी गई इस पर वन विभाग ने आनन-फानन में उक्त हाथी का पोस्टमार्टम कराकर इसका अंतिम संस्कार किया था लेकिन पोस्टमार्टम के दौरान नर हाथी के दोनों दांत गायब थे जिसे करीब 2 सप्ताह तक वन विभाग खोजता रहा आज कहीं जाकर उक्त दांत को बरामद किया गया और उसके चोरी के मामले में तीन आरोपियों को जेल भेजा गया इसी मामले पर छत्तीसगढ़ शासन वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्कालीन वन मंडल अधिकारी सूरजपुर उप वन मंडल अधिकारी प्रतापपुर वन परीक्षेत्र अधिकारी प्रतापपुर को हटाते हुए वनपाल वनरक्षक को निलंबित किया था लेकिन आज 4 दिन बीतने के बाद भी उक्त सभी अधिकारी अपने पदों पर जमे हुए हैं वही आज रेस्ट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान उक्त लापरवाह अधिकारियों का पक्ष लेते हुए सीसीएफ सरगुजा ने इनके निलंबन पर ही सवाल उठा सवाल खड़ा कर दिया ।अब ऐसे में देखना यह है कि सूरजपुर जिले में शासन का आदेश बड़ा है या अफसर शाही ?