रायपुर शहर में कोविड के बढ़ते मामलों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। एक बार फिर लॉकडाउन का हल्ला मचने लगा है। प्रशासन की ओर से लॉकडाउन लगाए जाने को लेकर आम लोग एक बार फिर सहमे हुए हैं। कोविड के मामलों में अगर नियंत्रण नहीं हुआ तो प्रशासन की ओर से सप्ताह के आखिरी दो दिन शनिवार और रविवार को लॉकडाउन का आदेश जारी किया जा सकता है।
अभी फिलहाल कहीं भी कंटेनमेंट जोन बनाने का निर्णय नहीं लिया गया है लेकिन जिस तेजी के साथ मामले बढ़ रहे हैं प्रशासनिक अधिकारियों ने अब हफ्ते में दो दिन लॉकडाउन लगने के भी संकेत दे दिए हैं। इसके पहले पिछले साल संपूर्ण लॉकडाउन में सभी दुकानों और कार्यालयों के लिए समयसीमा तय की गई थी। आपातकालीन सुविधाओं के लिए ही कारोबार करने की छूट मिली थी।
एक बार फिर लॉकडाउन के संकेत के बीच कुछ आपातकालीन व्यवस्था को ही अनुमति मिल सकती है। गौरतलब है कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच पिछले साल ही शहर में दो सौ से ज्यादा जगहों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया था। कोविड मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद स्थलों को पूर्ण रूप से निगरानी में रखते हुए प्रशासन ने इलाकों में आम लोगों की आवाजाही पर रोक तक लगाई। एक बार फिर कोरोना के मामले जिस गति के साथ बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में अहम फैसला लेकर प्रशासन सप्ताह के आखिरी दिनों में शनिवार और रविवार को लॉकडाउन का आदेश कर सकता है।
सरकारी दफ्तरों में अनिवार्य किया मास्क
सभी शासकीय दफ्तरों में अब आगंतुकों के लिए मास्क अनिवार्य कर दिया गया है। कलेक्टोरेट परिसर में बाहर से आने-जाने वालों की जांच के लिए ही पार्किंग के पास टीम तैनात है। चेहरे पर मास्क नहीं लगाने वालों पर तुरंत वहीं जुर्माना कार्रवाई करने को भी कहा गया है। इसके पहले लॉकडाउन के दौरान सभी कार्यालयों में कोविड संक्रमण से बचने टेबल पर शीशे लगाकर वहां से लोगों की समस्याएं सुन रहे हैं।
संर्पूण लॉक का आदेश पहले से नहीं होगा
अफसरों का कहना है कि जिले में सपूर्ण लॉकडाउन का आदेश पहले से नहीं जारी किया जाएगा। लॉकडाउन का आदेश जारी होने के पहले प्रशासनिक अमले की ओर से पहले जानकारी दी जाएगी। नियमानुसार संपूर्ण लॉकडाउन के पहले सप्ताह में पहले एक से दो दिन ही लॉकडाउन का आदेश लागू किया जा सकता है। काेरोना बढ़ने पर पिछले साल इसी शर्त पर इंतजाम किया गया था।