
पत्रकार अर्णव गोस्वामी के साथ महाराष्ट्र पुलिस द्वारा किए गए बर्बरता पूर्ण कार्य से पूरे देश में लोगों के मन में आक्रोश है,

सभी राजनीतिक दल व देश की जनता अर्नव के साथ हुए दुर्भाग्यपूर्ण घटना को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना कर रहे हैं, आखिर एक पत्रकार का कार्य तो सरकार से सवाल पूछना ही तो होता है अर्णव की गिरफ्तारी को लेकर देशभर में आंदोलन तेज हो गया है। वही आज राजधानी रायपुर के पंडित रविशंकर शुक्ला विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा महानगर मंत्री विभोर ठाकुर महानगर सह विद्यालय प्रमुख आकाश शर्मा के नेतृत्व में पत्रकार अर्णव गोस्वामी की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन किया गया. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का साफ तौर पर कहना है कि महाराष्ट्र सरकार को तत्काल बर्खास्त किया जाए और अर्नव गोस्वामी को रिहा किया जाए क्योंकि जिस तरह से अर्नब गोस्वामी को गिरफ्तार किया गया है उससे साफ जाहिर होता है कि महाराष्ट्र की उद्धव सरकार प्रदेश आपातकाल जैसी स्थिति पैदा कर दी है .. महाराष्ट्र की उद्धव सरकार द्वारा बदले की भावना से की गई इस कार्यवाही से अभिव्यक्ति की आजादी की गला घोटने का प्रयास किया जा रहा है. आखिर कोई सरकार किसी पत्रकार को अपनी राजनीतिक शक्ति के दुरुपयोग से सवाल पूछने से रोक कैसे सकती है यदि इसी तरह से सरकारें अपनी शक्ति का दुरुपयोग करती रही तो यकीनन लोगों का संविधान से विश्वास उठ जाएगा. महाराष्ट्र सरकार की इस निर्णय से साफ जाहिर होता है कि वह महाराष्ट्र में तानाशाही स्थापित करना चाहते हैं।