प्रशासन की अनदेखी व ग्राम पंचायत की लापरवाही की वजह से आंगनबाड़ी भवन हुई गौशाला में तब्दील
बलरामपुर जिले के विकासखंड कुसमी के ग्राम पंचायत सामरी क्षेत्र के बहेरा टोली में ग्राम पंचायत सचिव, पूर्व सरपंच एवं इंजीनियर की लापरवाही से वर्ष 2016-17 में पास हुई आंगनबाड़ी भवन आज तक पूर्ण नहीं होने के कारण गौशाला में तब्दील हो चुकी है। इस आंगनबाड़ी भवन में बच्चों को पढ़ाने के बजाय गायों को बांधा जा रहा है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि सचिव सरपंच एवं इंजीनियरों के द्वारा लापरवाही बरते हुए शासन के राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है जिससे शासन अनभिज्ञ है और आंगनबाड़ी भवन पूर्ण नहीं होने से बच्चों के भविष्य अंधकार की ओर जा रही है तथा वहां की गर्भवती महिलाओं को शासन की योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। शासन की योजना ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को गांव में ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले, बच्चों को शिक्षा और गर्भवती महिलाओं को उपचार मिले। इसके साथ ही बच्चों के लिए भोजन और स्वल्पाहार दिया जाए, इसके अलावा टीकाकरण जैसी अन्य सुविधाओं के लिए आंगनबाड़ी केंद्र खोले गए हैं।
आंगनबाड़ी भवन के बारे में क्या कहते हैं इंजीनियर साहब
जब हमारी टीम के द्वारा आंगनबाड़ी भवन के बारे में इंजीनियर साहब से जानकारी लेनी चाहि तो इंजीनियर का कहना है कि सामरी सचिव ₹45000 काम शुरू करने के नाम पर लेगया जो अभी तक काम शुरू नहीं हुआ है। इंजीनियर के द्वारा आश्वासन दिया है कि 1 सप्ताह के भीतर आंगनबाड़ी भवन में पुनः कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। अब देखना यह है कि 1 सप्ताह के भीतर काम प्रारंभ हो होता है या नहीं।
नवनिर्वाचित सरपंच पति ने आंगनबाड़ी भवन के बारे में कहा कि
नवनिर्वाचित सरपंच पति का कहना है कि हमसे पहले जो सरपंच और सचिव के द्वारा आंगनबाड़ी भवन निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया था लेकिन अभी तक पूर्ण नहीं हो सका है। सचिव द्वारा बताया जा रहा है कि सारा पैसा इंजीनियर साहब निकाल लिए हैं और यह भी कहा है कि इंजीनियर साहब से पूछने पर इंजीनियर साहब के द्वारा 1 सप्ताह में कार्य प्रारंभ करने की बात कही गई है।
अपना आंगनबाड़ी भवन होते हुए भी बच्चे शासकीय प्राथमिक शाला बहेरा टोली के एक कमरे में पढ़ने पर मजबूर
शासन की लचर व्यवस्था और सचिव, पूर्व सरपंच की मेहरबानी का नतीजा है कि बहेरा टोली के बच्चे अपना आंगनबाड़ी भवन होते हुए भी प्राथमिक शाला बहेरा टोली एक कमरे में पढ़ने को मजबूर हैं। अब देखना यह है कि प्रशासन कब संज्ञान में लेती है और इन बच्चों को कब अपना आंगनबाड़ी भवन उनको मिलता है।
निर्माण एजेंसी के लापरवाहीं
निर्माण एजेंसीयो की लापरवाही व मनमानी किस कदर चल रही है, इसका अंदाजा कुसमी विकासखंड के ग्राम पंचायत सामरी के बहेरा टोली में नया आंगनबाड़ी भवन निर्माण 2016-17 में किया जा रहा था लेकिन निर्माण एजेंसी की लापरवाहीं के कारण छोटे-छोटे बच्चों का भविष्य अंधकार में डुबती नजर आ रही है।
चर्चा का विषय बना आंगनबाड़ी केंद्र
ग्राम पंचायत सामरी के बहेरा टोली में संचालित होने वाला आंगनबाड़ी केंद्र चर्चा का विषय बना हुआ है, आश्चर्य की बात तो यह है कि लंबे समय से गौशाला में तब्दील हुई, आंगनबाड़ी भवन में अब तक महिला बाल विकास के आला अधिकारियों से लेकर जनपद के अधिकारियों और कर्मचारियों की नजर नहीं पड़ी है, या यूं कहे कि उन्होंने इस गंभीर मामले में कोताही बरती है। लापरवाह और उदासीन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई न होने के कारण ग्राम पंचायत
निर्माण एजेंसियों के हौंसले बुलंद है।