
रविकांत तिवारी देवभोग: प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत किये जा रहे निर्माण कार्य में नियम कायदे को ताक पर रखकर घटिया और स्तरहीन कार्य को ठेकेदार के द्वारा अधिकारियों के संरक्षण में अंजाम दिया जा रहा हैं। वहीं घटिया और स्तरहीन कार्य को लेकर भाजयुमो ने भी विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू कर दी हैं। इसी क्रम में भाजयुमो जिला अध्यक्ष डॉ योगीराज माखन कश्यप ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अधिकारी और ठेकेदार के संरक्षण में बंदरबांट चल रहा है।
उन्होंने कहा कि बरबहली से चनाभाठा के बीच 5 किलो मीटर की सड़क निर्माण का 67 लाख का टेंडर में व्यापक पैमाने में गुणवत्ता हीन निर्माण कार्य तथा व्यापक भ्रष्टाचार किया जा रहा है । डॉक्टर योगिराज के मुताबिक पतियालपारा एवं बरबाहली के बीच डॉकरेल नाले में बन रहे तट बंध में गुणवत्ताहीन कार्य को अंजाम दिया जा रहा हैं। जिलाध्यक्ष ने कहा कि वे जब मौके पर निरीक्षण के लिए गए थे उस दौरान वहाँ विभाग का कोई जिम्मेदार भी मौजूद नहीं था। वहीं निर्माण कार्य में लगे मिस्त्री मनमानी तरीके से कार्य को करते हुए नज़र आये।
डॉक्टर योगिराज माखन कश्यप ने मौके पर निरीक्षण करने के बाद आरोप लगाया कि कार्य में गुणवत्ता का बिल्कुल ध्यान नहीं रखा जा रहा। डॉक्टर योगी ने कहा कि जब मौके से ही सब इंजीनियर सौरभ दास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्पेसिफिकेशन बोर्ड में सारा विवरण लिखा गया है, एवं कार्य का लागत स्ट्रक्टर निर्माण के अनुसार विभक्त है।
इंजीनियर ने बताया कि सीमेंट,गिट्टी और रेत को अनुपात के मुताबिक डाला जा रहा हैं। इंजीनियर ने बताया कि कॉन्क्रेट सीमेंट रेश्यो के मुताबिक 3 धमेला गिट्टी, 3 धमेला रेती और 1 धमेला सीमेंट के साथ ही बाइब्रेटर से भरने तथा मजबूती देने की बात कही। जबकि मौके पर पहुचे डॉ योगीराज माखन कश्यप ने इंजीनियर के दावों को झूठा बताया हैं।
डॉ योगीराज माखन ने विभाग के जिम्मेदारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मिलीभगत कर ठेकेदार के द्वारा व्यापक पैमाने में किये जा रहे भ्रष्टाचार के जांच के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना कार्यालय को शिकायती पत्र लिख कर ठेकेदार के कार्य पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए लाइसेन्स ब्लैक लिस्ट करने की मांग की जाएगी । डॉक्टर योगीराज ने कहा कि गरियाबंद जिला में इसी तरह प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में हो रहे व्यापक भ्रष्टाचार को रोकने तथा अधिकारी के सह में बढ़ रहे ठेकेदार के घटिया और स्तरहीन निर्माणकार्य पर अंकुश लगाने के लिए चरणबद्ध आंदोलन की भी योजना बनाई जा रही हैं।