तिल्दा नेवरा :- देशभर व छत्तीसगढ़ राज्य भर में सभी भीड़भाड़ वाले स्थानों को पुनः की भाती छूट के साथ खोला जा रहा है लेकिन तिल्दा नेवरा नगर प्रशासन अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को अब भी लग रहा है कि कोरोना का खतरा नहीं टला है जिसकी वजह से कोरोना ना फैले यह सोच कर तिल्दा स्थित सब्जी मंडी को नेवरा सब्जी मंडी में अस्थाई रूप से बड़े सब्जी व्यापारियों को दे दिया गया है सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पता चला कि कोरोना के चलते अधिकारी व जनप्रतिनिधि लाखों रुपयों का लेनदेन कर सब्जी मंडी को चीलहर सब्जी मंडी में स्थानांतरण किए है यह भी बातें सामने आई है कि नेवरा स्थित चीलहर सब्जी मंडी जो विधवा वर्ग अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति विकलांग आदि लोगों के लिए बनाया गया है जिसे अब कोरोना का नाम देकर लाखों रुपयों के लेन-देन कर बड़े सब्जी व्यापारियों को स्थानांतरण कर दिया गया है लोगों का कहना है कि जब कोरोना का नाम देकर अस्थाई रूप से तिल्दा सब्जी मंडी को नेवरा चीलहर सब्जी मंडी में स्थानांतरण किया गया है तो व्यापारियों को बिजली मीटर लगाने के लिए एनओसी किस हिसाब से दे दी गई है लोगों का कहना यह भी है कि जब कोरोना के चलते अस्थाई रूप से बड़े व्यापारियों को स्थानांतरण किया गया है तो बड़े व्यापारी लाखों रुपए खर्च कर वहां रंगाई पोताई कर एसी केबिन बनाकर ऑफिस खोल कर बैठे हैं यह बातें लोगों के पल्ले नहीं पड़ रहे हैं क्या कारण से बड़े सब्जी व्यापारी इतना खर्चा कर रहे हैं
लोगों ने यह भी बताया कि करोना काल के समय सुबह 5:00 बजे से 8:00 बजे तक बड़े व्यापारी अपना सब्जी का व्यापार करते थे लेकिन अब सुबह 5:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक अपना सब्जी का व्यापार कर रहे हैं यह बात भी लोगों को समझ नहीं आ रही है कि किस कारण से इस प्रकार का समय परिवर्तन हो रहा है क्या बड़े सब्जी व्यापारी अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से लेनदेन कर चीलहर सब्जी मंडी नेवरा में कबजा कर चीलहर छोटे सब्जी व्यापारियों का हक छीन कर अपना व्यापार करना चाह रहे हैं।