रायपुर :- छत्तीसगढ़ में उठापटक के बीच कांग्रेस ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। बता दें कि यूपी अगले साल चुनाव होने हैं। कांग्रेस सहित सभी पार्टियों ने इसके मद्देनजर अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं।
वहीं, दिल्ली में छत्तीसगढ़ कांग्रेस विधायकों के जुटने का सिलसिला जारी है। कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह ने दावा किया कि आज शाम तक दिल्ली में 35 विधायक जुट जाएंगे जबकि रविवार को और विधायक आएंगे। हम राज्य प्रभारी पीएल पूनिया और पार्टी हाईकमान से मुलाकात करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल राज्य में नेतृत्व बदलाव को लेकर कोई बातचीत नहीं होनी है।
बता दें कि 15 विधायक पहले से दिल्ली में डटे हैं और शुक्रवार को छह और रायपुर से दिल्ली कूच कर गए थे। हालांकि इन विधायकों का दावा था कि वे निजी यात्रा पर दिल्ली जा रहे हैं।
शुक्रवार को जो छह कांग्रेस विधायक दिल्ली रवाना हुए, उनमें शिशुपाल शौरी, किस्मत लाल नंद, संतराम नेताम, राम कुमार यादव, उत्तरी जांगड़े और कृष्ण कुमार ध्रुव शामिल थे।
छत्तीसगढ़ में भी पंजाब की तरह नेतृत्व परिवर्तन की मांग लंबे समय से चल रही है। बीते कुछ दिनों से करीब 15 कांग्रेस विधायक हाईकमान से मुलाकात के लिए दिल्ली में हैं। इससे हाईकमान पर निर्णय का दबाव बढ़ सकता है। हालांकि सीएम भूपेश बघेल लगातार कह रहे हैं कि उन पर कोई संकट नहीं हैं। वहीं अंदरखाने पार्टी में ढाई-ढाई साल के सीएम पद की मांग हो रही है। सिंह देव अपनी दावेदारी मजबूत कर रहे हैं और दिल्ली का दौरा भी कर चुके हैं।