गौरव ग्राम कंडेल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव के जयंती के अवसर पर विधायक सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि उनके प्रतिमा पर किये माल्यार्पण कर नमन।

दृढ़ता और संकल्प के प्रतीक, कंडेल नहर सत्याग्रह के प्रेणता थे बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव : रंजना साहू
गौरव ग्राम कंडेल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव के जयंती के अवसर पर विधायक सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि उनके प्रतिमा पर किये माल्यार्पण कर नमन।
धमतरी- ऐतिहासिक गौरव ग्राम कंडेल के प्रसिद्ध नहर सत्याग्रह के प्रणेता स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव जी की 133 वी जयंती समारोह पर उनके दृढ़ता और संकल्प को नमन करने विधायक रंजना डीपेंद्र साहू सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किये। श्रीवास्तव जी के जयंती पर गौरव गांव कंडेल में मूर्ति पर माल्यार्पण एवं प्रभात फेरी कर स्वतंत्रता की अलख जगाने वाले के बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव की जयकारे से पूरा गांव गुंज उठा। विधायक रंजना डीपेंद्र साहू ने माल्यार्पण कर उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में छत्तीसगढ़ के भी विभिन्न स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपनी सहभागिता दिए, इस स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में धमतरी जिले के ग्राम कंडेल निवासी बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव जी का योगदान स्मरणीय हैं। उनके द्वारा सर्वप्रथम 1918 में धमतरी तहसील सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें पंडित सुंदरलाल शर्मा, पं नारायण राव मेघावाले जी के साथ बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव संचालक रहे, इस सम्मेलन का प्रमुख उद्देश्य जो अंग्रेजो के द्वारा क्षेत्र में नहर कर एवं चारा कर लगाया गया था उसके विरोध में आंदोलन किया गया। अगस्त 1920 में अंग्रेजो के द्वारा नहर पानी का चोरी का आरोप लगाकर 4033 रुपए का जुर्माना लगाया उस समय इस क्षेत्र के मालगुजार बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव जी थे, उन्होंने इस जुर्माना को नहीं पटाने के लिए कंडेल नहर सत्याग्रह के रूप में आंदोलन का शुरुआत हुआ। विधायक ने आगे कहा कि कंडेल नहर सत्याग्रह के साथ-साथ बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव ने असहयोग आंदोलन में अपनी सहभागिता देते हुए धमतरी में राष्ट्रीय विद्यालय की स्थापना जुलाई 1921 में किए। सिहावा नगरी जंगल सत्याग्रह, गट्टासिल्ली जंगल सत्याग्रह में बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव ने पं सुंदरलाल शर्मा एवं पं नारायण राव मेघावाले के साथ अपना अमूल्य योगदान दिये। जब रुद्री नवागांव जंगल सत्याग्रह आंदोलन होने वाला था उसी समय पंडित सुंदरलाल शर्मा, नत्थुजी जगताप, पं नारायण राव मेघावाले की गिरफ्तारी होने पर स्वयं आगे आकर बाबू छोटे लाल श्रीवास्तव ने इस सत्याग्रह का संचालन करते हुए इस आंदोलन को आगे बढ़ाएं। ऐसे ही विभिन्न स्वतंत्र संग्राम में बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव जी ने अपना योगदान देकर मां भारती को अपना जीवन पूरा जीवन समर्पित कर दिए।भोथली मंडल अध्यक्ष हेमंत चंद्राकर ने कहां की बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव जी ने इस पूरे क्षेत्र में स्वतंत्रता का अलख जगाकर पूरे समाज को अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध लड़ने की ताकत दिलाई, वह हम सब के लिए प्रेरणा स्रोत है। इस अवसर पर नमन करने गांधी विचारक मुरहा राम कवरवंशी , जनपद सदस्य रामाधार साहू , पूर्णिमा बनपेला , सरपंच पुष्पा मिलन नेताम , उपसरपंच कोमल साहू , यतीश भूषण श्रीवास्तव , वीरेंद्र साहू , माखन लाल यादव , लता साहू , जितेंद्र साहू , देवी कुमारी साहू, बिसाहू राम साहू, विशंभर साहू गिरधर सार्वा, माखनलाल, मंजू सोनवानी, गीतेश साहू, मनोज सोनवानी, हेमलता भारती, दामिनी निर्मलकर, वेदव्यास साहू सहित स्कूल के सभी बालक बालिकाएं व ग्रामवासी उपस्थित रहे।