
छत्तीसगढ़ के चाय वाले बाबा एवं चाउर वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध पंडित नरेंद्र नयन शास्त्री जी महाराज सिलयारी के सानिध्य में मां भगवती दुर्गा मंदिर मलोद सिलयारी मे 21वा गुरु पूर्णिमा व्यास पूजा महोत्सव एवं गुरु दर्शन कार्यक्रम कोविड-19 का पालन करते हुए मनाया गया।

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गुरुजी पंडित नरेंद्र नयन शास्त्री जी महाराज ने अपने गुरु वाणी उद्बोधन में कहा कि
अर्धांगिनी बढ़ेगी केवल मकान तक।
परिवार के लोग चलेंगे शमशान तक।
बेटा भी हक निभाएगा अग्नि दान तक।
सद्गुरु साथ निभाएंगे ब्रह्म ज्ञान तक।
उन्होंने आगे बताया गुरु कोई व्यक्ति नहीं गुरु कोई शरीर नहीं गुरु एक तत्व है एक सकती है गुरु एक भाव एवं एक श्रद्धा है। कब कौन और कैसे आपके लिए गुरु साबित हो यह आपकी दृष्टि एवं मनोभाव पर निर्भर करता है। उन्होंने अपने व्यक्तव्य मे सीता एवं रावण के बीच पिता पुत्री के संबंध के बारे में विस्तार से बताया।

गुरु की महिमा बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रथम गुरु मां है जिसने जन्म दिया द्विती गुरु धरती मां है जिन्होंने पाला बढ़ाया तृतीय गुरु पिता है जिसकी उंगली थाम कर चलना सिखा जीवन को जाना चतुर्थ गुरु शिक्षक हैं जिन से ज्ञान मिला पंचम गुरु अध्यात्मिक है जिनकी कृपा मिली इन पंच गुरुओं की आशीर्वाद से जीवन सार्थक हुआ। गुरु ज्ञान के बारे में उन्होंने आगे बताया कि गुरु वो परामर्शदाता दार्शनिक सुविधा और पथ प्रदर्शक के रूप में अंगीकार करना चाहिए।
उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए विनय लुनिया जी का पूरा परिवार भंडारा प्रसाद विशेष व्यवस्था रितेश सोनू गोयल धमतरी द्वारा किया गया। तथा गरीबों को जूता चप्पल छत्ता फल का वितरण गुरु शास्त्री जी महाराज के हंस्ते वितरण किया गया। कार्यक्रम की सफलता में प्रमुख रूप से विजय अग्रवाल अश्वनी अग्रवाल विशाखापट्टनम से अशोक अग्रवाल धमतरी से संजय अग्रवाल नवीन रजनी राजीव नेताम भुसावल से बेलतरा विधानसभा से राजेंद्र साहू धरसीवा देवजी भाई पटेल संजय अग्रवाल अपर कलेक्टर विजय ठाकुर राजू अग्रवाल विनोद अग्रवाल उमाकांत वर्मा रजनीकांत आदि प्रमुख रहे।