गणेशोत्सव 2020: ये है बप्पा की मूर्ति स्थापना का शुभ मुहूर्त! जानें क्या है पूजा का महत्व?
कल से पूरे देश में गणेशोत्सव (Ganesh Utsav) का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा. इसी के साथ 10 दिवसीय गणोत्सोव की शुरुआत हो जाएगी. हर बार यह त्योहार पूरे धूमधाम के साथ मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना (Corona) संकट की वजह से सार्वजनिक कार्यक्रम नहीं होंगे और सड़कों पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ कम नजर आएगी.
कैसे शुरुआत हुई गणेशोत्सव की?
पौराणिक कथाओं के अनुसार गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) को उत्सव के रूप में मनाना छत्रपति शिवाजी महाराज के कार्यकाल में शुरू हुआ था. उन्होंने लोगों के दिलों में देशभक्ति और संस्कृति को जीवित रखने के लिए इस त्योहार की शुरुआत की. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बाल गंगाधर तिलक ने लोगों को एकजुट करने के लिए इसे बड़े स्तर पर मनाना शुरू किया. यह उत्सव भारत में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है.
गणेश चतुर्थी पूजा
हिन्दू पंचांग के अनुसार गणेश चतुर्थी का त्योहार भाद्रपद मास में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन मनाया जाता है. मान्यता के अनुसार इसी तिथि के दिन भगवान गणेश जी का जन्म हुआ था. इस दिन गणपति बप्पा के भक्त ढोल नगाड़ों के साथ उन्हें अपने घर लेकर आते हैं. गणेश चतुर्थी के दिन घर-घर में मिट्टी के गणेश स्थापित किए जाते हैं और चतुर्थी के ग्यारहवें दिन धूमधाम के साथ उन्हें विसर्जित कर दिया जाता है.
गणेश चतुर्थी 2020 मुहूर्त
इस साल गणेश चतुर्थी उत्सव 22 अगस्त को मनाया जाएगा. गणेशजी का जन्म दोपहर को हुआ था, इसलिए गणेश चतुर्थी की पूजा हमेशा दोपहर के मुहूर्त में की जाती है.
21 अगस्त को 11:02 PM से चतुर्थी तिथि आरंभ
22 अगस्त 07:57 PM चतुर्थी तिथि का समापन
पूजा का समय: 11 बजकर 6 मिनट से लेकर 1 बजकर 42 मिनट के बीच .
क्या है इस पर्व से जुड़ी मान्यता?
गणेश जी को बुद्धि, विवेक, धन-धान्य देने वाला माना जाता है. गणेश चतुर्थी पर उनकी पूजा करने से धन-समृद्धि बढ़ती है. मान्यता है कि जिन घरों में बप्पा का स्वागत किया जाता है, और 10 दिन तक उनकी पूजा होती है, उन घरों में कभी संकट नहीं आता. गणेशजी की कृपा से सभी काम बिना किसी रुकावट के पूरे होते हैं, सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.