नवापारा राजिम :- स्थानीय गाड़ा समाज द्वारा नगर के वार्ड क्र -8 में सरायपाली विधायक किस्मत लाल नंद , पूर्व विधायक रामलाल चौहान व पूर्व महासचिव पुनीत लाल चौहान के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला दहन किया गया. समाज का आरोप है की विधायक नंद सहित अन्य दोनों नेताओं द्वारा प्रदेश गाड़ा समाज के लेटर पैड में छत्तीसगढ़ प्रदेश के राज्यपाल महोदया को गाड़ा समाज के नाम पर समाज को तोड़ने जैसी व अन्य टिप्पणी को लिखित रूप में आवेदन दिया गया है. लेटर पेड में उड़ीसा सहित अन्य दूसरे राज्य से पहुंचे गाड़ा जाती के लोगो का जाती प्रमाण पत्र ना बनाने और जिन्होंने पहले से प्रमाण पत्र बना रखा उनका जाति प्रमाण पत्र रद्द करने, उन्हें राज्य के अंदर किसी भी प्रकार का आरक्षण ना देने की बात कही गई है. इसके अलावा अन्य टिप्पणी भी बाहरी राज्यों से यहाँ आये गाड़ा जाति के लोगो के खिलाफ अन्य दूसरी बात भी की गई है. जिसका पुरजोर विरोध छत्तीसगढ़ में अनेको वर्षो से रहने वाले व उड़िया भाषी बोलने वाले गाड़ा समाज के लोगो ने किया है . स्थानीय नवापारा गाड़ा समाज प्रमुख व पालिका उपाध्यक्ष चतुर सिंह जगत ने कहाकि उड़ीसा से छत्तीसगढ़ में आकर बसें उड़िया भाई बहन की अनेको पीढ़ियां निकल चुकी है. सभी ने समय समय पर आगे आकर प्रदेश के विभिन्न कार्यों व स्तरों पर सहयोग दिया है.
ऐसे में विधायक नंद द्वारा राज्यपाल महोदया को गाड़ा समाज के लेटर पेड में पत्र सौंपकर बाहर राज्य से आये गाड़ा समाज के लोगो के लिए उपेक्षा भरी बात करना निंदनीय है. हम सभी गाड़ा भाई बहनो की मांग है की राज्यपाल महोदया गाड़ा समाज के हित में फैसला दे और उन्हें सहयोग प्रदान करें. इस पुतला दहन कार्यक्रम में नगर गाड़ा समाज प्रमुख व पालिका उपाध्यक्ष चतुर सिंह जगत, पूर्व पालिका उपाध्यक्ष दयालु गाड़ा, अजय गाड़ा, सुभाष गाड़ा, संतोष गाड़ा, लक्ष्मण गाड़ा, मधु गाड़ा, पाण्डेय गाड़ा, भूषण गाड़ा, कमल गाड़ा, राजेश गाड़ा, अजय गाड़ा, लव गाड़ा, रवि गाड़ा, जंगली गाड़ा, सन्नालाल गाड़ा, रूपों गाड़ा, हरीश गाड़ा, हरीश गाड़ा, घासी गाड़ा, देवा गाड़ा, अमर सिंह गाड़ा, कोदो गाड़ा, जगतु गाड़ा महिलाओ में पूनम बाई, आशा बाई, बूंदा, उषा, माधुरो, बैजंती, उमा, सुजाता, मोंगरा, दुरपती, नंदनी सहित अन्य लोग शामिल थे. इस दौरान स्थानीय थाना से थाना प्रभारी कृष्ण चंद्र सिदार की मौजूदगी में पूरा पुलिस अमला मौजूद रहा है. और पुतला दहन रोकने में काफ़ी हद तक सफल भी रहे.