कलेक्टर साहब क्या ऐसे सुधरेगा स्वास्थ्य व्यवस्था…प्रसव पीड़ा से तड़पती महिला रात12 बजे पहुंची रामानुजनगर अस्पताल ,घर से ही डॉक्टर ने बिना चेक किए कर दिया सूरजपुर रेफर…….

रामानुजनगर:-जिले के संवेदनशील कलेक्टर गौरव सिंह लगातार पुरे जिले में अपने दल बल के साथ दौरा कर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते है उनका प्रयास है कि जिले के लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में अच्छा से अच्छा सुविधा मिले लोग परेशान न हो लेकिन उनके इस दावे का क्या हाल है आगे आप को पता चल जाएगा जहां प्रसव पीड़ा से तड़पती एक महिला को रात 12 बजे रामानुजनगर के अस्पताल में परिजन ले के आते है जहां ड्यूटी में तैनात नर्स के द्वारा इसकी जानकारी घर मे सो रहे डॉक्टर को दी गई बजाय इसके की डॉक्टर पीड़ित महिला का कुछ ईलाज करे डॉक्टर के द्वारा सीधे घर से ही यह फरमान जारी कर दिया कि मरीज को सीधे रेफर कर दो यह सुनते ही महिला के परिजन बार बार ईलाज के लिए मिन्नत करते रहे गिड़गिड़ाते रहे डॉक्टर के घर जाकर निवेदन करते रहे लेकिन डॉक्टर ने किसी की नही सुनी अंत मे गम्भीर हालत में ही परिजन महिला को लेकर सूरजपुर अस्पताल पहुंचे जहां उसका ईलाज किया जा रहा है।
मामला गुरुवार का है जहां ग्राम पतरापाली की एक महिला जिसको रात 11 बजे प्रसव पीड़ा शुरू हो जाता है। घर मे गाड़ी नही होने के वजह से अस्पताल ले जाने में थोड़ा समय लगता है जिस वजह से घर मे ही डिलेवरी हो जाता है ।जिसके बाद महिला का दर्द बढ़ते ही जाता है ऐसे हाल में रात 12 बजे परिजन रामानुजनगर के अस्पताल पहुंचते है जहां ड्यूटी से नदारत डॉक्टर अपने घर मे सो रही होती है।नर्स के द्वारा सूचना देने के बाद भी डॉक्टर मरीज के ईलाज के लिए नही आतीं है और वहीं से सीधे रेफर करने के लिए स्टाफ को बोल देतीं है।बड़ा सवाल की यदि इस दौरान महिला को कुछ हो जाता या सूरजपुर परिजन ले के नही जा पाते और उसके साथ कुछ हो जाता तो इसका जिम्मेदार कौन होता।
आप लोगों को बता दें यह सब कोई पहला घटना नही है इससे पहले भी कई मरीजों के साथ ऐसा किया जा चुका है अक्सर रात के समय यहां के मरीजों को बिना कोई ईलाज के सीधे सूरजपुर रेफर कर दिया जाता है।