बिलासपुर जिले में छ ग एजुकेशन फोरम सेंटर के संचालकों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन, जल्द कोचिंग सेंटर को शुरू करने की मांगी अनुमति।
बिलासपुर-: बिलासपुर कलेक्टर ऑफिस पहुंचे C.G एजुकेशन फोरम सेंटर के संचालको का कहना था। जब अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर ही दी गई है तो होटल रेस्टोरेंट मॉल से लेकर खेल के मैदान और बार भी शुरू हो चुके हैं । ऐसे में अब पढ़ाई को भी जरूरी मानते हुए कोचिंग क्लासेस शुरू कर दी जाए। इसकी मांग आज कोचिंग क्लास और स्किल ट्रेनिंग देने वाले संस्थान के संचालक किये हैं। दरअसल लॉकडाउन आरंभ होने से पहले 20 मार्च से ही प्रदेश के सभी कोचिंग सेंटर, तकनीकी प्रशिक्षण और कौशल प्रशिक्षण केंद्र बंद है। उम्मीद की जा रही थी कि अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होने के साथ इन्हें भी सशर्त छूट दी जाएगी ।लेकिन ऐसा हो ना पाया ।इस मुद्दे पर सी जी एजुकेशन फोरम कोचिंग सेंटर के संचालक मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री से लेकर विधायक और कलेक्टर को भी अपनी मांग से अवगत करा चुके हैं ,लेकिन अब तक कोई सकारात्मक पहल नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि इस सेक्टर 4 से 5 लाख लोग आश्रित है,जिन्हें रोजगार न मिलने से उनके सामने भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो चुकी है।और लोग सड़क पर आने की स्थिति में है। ना तो लॉकडाउन के दौरान और ना ही अब भी इनकी मदद के लिए कोई पैकेज तैयार तैयार किया गया है। यह सभी संस्थान यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों द्वारा दी गई फीस से संचालित होते हैं लेकिन पिछले 3 महीने से फीस भी बंद होने से यह सभी लोग पूरी तरह बेरोजगार हो चुके हैं। कोचिंग सेंटर संचालकों द्वारा यह सवाल भी खड़े किए जा रहे हैं कि क्या एक स्वस्थ समाज के लिए होटल, रेस्टोरेंट, बार ,मॉल और शराब दुकान अधिक जरूरी है या फिर स्कूल कॉलेज और कोचिंग सेंटर , जहां बच्चों का व्यक्तित्व निर्माण होता है। अगर दूसरे संस्थानों में कोरोना का संक्रमण नहीं फैल रहा तो क्यो सिर्फ स्कूल कॉलेज और कोचिंग सेंटर में ही कोरोना को हौव्वा बनाया जा रहा है। कोचिंग सेंटर संचालकों ने ज्ञापन सौंपते हुए मांग की है कि जल्द से जल्द कोचिंग सेंटर को भी आरंभ करने की अनुमति दी जाए। वे इस दौरान शासन द्वारा निर्धारित नियमों के पालन का भी भरोसा दिला रहे हैं, जिससे कि संक्रमण न फैले। कोचिंग सेंटर संचालकों का कहना है कि अब हमें कोरोना के साथ रहना सीखना होगा इसलिए काफी कुछ बदलाव के साथ जिंदगी सामान्य हो सके यह प्रयास भी जरूरी है। इसलिए जरूरी है कि नए उपाय अपनाते हुए एक बार फिर से कोचिंग सेंटर भी शुरू किया जाए जिससे कि एक तरफ विद्यार्थी अपनी तैयारी पूरी कर सके तो वही इस पर निर्भर तकरीबन 5 लाख लोगों का भी जीवन यापन संभव हो।इसके साथ ही आज बिलासपुर के महापौर रामशरण यादव,बिलासपुर कलेक्टर सारांश मित्तर को ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें बिलासपुर के सी जी एजुकेशन फोरम कोचिंग सेंटर से रवींद्र सिंह,संदीप गुप्ता,सुरिंदर सिंह चावला,किरण चावला, जीत द्विवेदी,मनोज वर्मा,मनीष जैन,संतोष यादव कपिल अग्रवाल,डी.डी चंद्रा,प्रदीप वर्मा,अनीश गुप्ता,सचिन यादव,मनोज वर्मा,कुलेश्वर साहू,शशि गुप्ता,मयंक गुप्ता,अनुपम कौशिक,अरविंद कुमार,संजय, विजय, शिवम अवस्थी, संदीप कुमार गुप्ता,अमन निर्मलकर, रंजन सिंह सभी कोचिंग संस्थान के संथापक उपस्थित रहे।