पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी के जीवनी के ऊपर बनेगा बायोपिक फिल्म, देवेंद्र जांगड़े रहेंगे निर्देशक इस जगह होगा फिल्म की शूटिंग पढ़िए पूरी खबर।
रायपुर :- अपने पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म के अपार सफलता के बाद अब निर्देशक एवं नायक देवेन्द्र जांगड़े छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय नेता और प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री स्व. अजित जोगी जी के जीवन पर आधारित फिल्म सुनहरे पर्दे पर लेकर आ रहे हैं। यह फ़िल्म अमित जोगी के मार्गदर्शन बन रही है जिसके निर्माता अरविंद कुर्रे है और संगीत कार हेमलाल चतुर्वेदी है |
बता दें यह फिल्म छत्तीसगढ़ में किसी राजनेता पर बनने वाली पहली फिल्म है। इस फिल्म में जोगी जी के जीवन से जुड़े उन अनदेखे और अनसुने पहलुओं को गंभीरता और स्थिरता से चित्रित किया जाएगा , जिनसे शायद आप अनभिज्ञ है।
बायोपिक फिल्म द जोगी एक प्रेरणा श्रोत में स्व. अजित जोगी के जीवन से जुड़ी उन तमाम संघर्षों को देखने मिलेगा, जिसे उन्होंने पार करते हुए आईपीएस, आईएएस फिर एक लोकप्रिय और जन जन के दिल में बसने वाले नेता का कठिन सफर तय किया। नया राज्य बनने के बाद चुनौतियों को उन्होंने अपने सूझबूझ से कैसे सामना किया और बिखरे प्रदेश को कैसे गूथा। इन सभी विषयों पर केन्द्रित कर इस फिल्म के जरिए लोगों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।
अजीत जोगी के राजनीतिक सफर ।
उन्होंने शुरुआती दिनों में काफी चुनौतियों का सामना किया।अजीत जोगी 1986 से 1998 के बीच दो बार राज्य सभा के सांसद चुने गए। 1998 में वे रायगढ़ से सांसद चुने गए। 1998 से 2000 के बीच वे कांग्रेस के प्रवक्ताे भी रहे। छत्तीसगढ़ राज्य़ बनने के बाद वे 2000 से 2003 के बीच राज्यग के पहले मुख्येमंत्री रहे। 2004 से 2008 के बीच वे 14वीं लोकसभा के सांसद रहे। 2008 में वे मरवाही विधानसभा सीट से चुन कर विधानसभा पहुंचे और 2009 के लोकसभा चुनावों में चुने जाने के बाद जोगी ने लोकसभा सदस्य छत्तीसगढ़ के महासामुंद निर्वाचन क्षेत्र के रूप में काम किया। हालांकि जोगी 2014 के लोकसभा चुनावों में अपनी सीट बरकरार रखने में असफल रहे और बीजेपी के चंदू लाल साहू से 133 मतों से हार गए।
2014 में छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ में उपचुनाव होना था। कांग्रेस की ओर से मंतूराम पंवार प्रत्याशी थे, उन्होंने नामांकन दाखिल कर दिया। वापस लेने के आखिरी दिन मंतूराम ने पार्टी को बिना बताए नाम वापस ले लिया। 2015 के आखिर में एक ऑडियो टेप सामने आया जिसमें खरीद-फरोख्त की बातें थीं। आरोप लगे कि टेप में अजीत जोगी, उनके बेटे अमित जोगी और तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के दामाद पुनीत गुप्ता की आवाज थी। ये बातचीत मंतूराम पंवार के नाम वापस लेने के बारे में थी। इस टेपकांड के सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ की प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बेटे अमित जोगी को छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया। इसके साथ ही अजीत जोगी को भी पार्टी से निकालने की सिफारिश कर दी गई।
ज्ञात हो इससे पहले निर्देशक एवं नायक देवेन्द्र जांगड़े द्वारा सुपर – डूपर हीट फिल्म जोहार छत्तीसगढ़ का निर्माण किया गया है, जो सिनेमा घरों में 50 दिन से भी ज्यादा समय तक संचालित हुई। इस फिल्म को देखने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी स्वयं सिनेमा घर पहुंचे थे। देवेन्द्र जांगड़े ने बताया कि जोगी जी के जीवन पर आधारित फिल्म बनाना उनका सौभाग्य है। और यह सौभाग्य देने के लिए उन्होंने अमित जोगी जी और उनके परिवार को हृदय से धन्यवाद दिया है।
इसके अलावा निर्देशक देवेन्द्र जांगड़े द्वारा मनुनायक के निर्देशन में १९६५.में बनी सबसे पहली छत्तीसगढ़ी फिल्म कही देबे संदेश को नए अंदाज में निर्माण करके लोगों के बीच प्रस्तुत किया जाएगा। फिल्म का नया अंदाज युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत साबित होगा। दोनों फिल्मो के साथ रोमियो राजा, धान के कटोरा जिसके निर्देशक एवं नायक देवेन्द्र जांगड़े है ये फिल्में जल्द ही दर्शकों के सामने प्रस्तुत किया जाएगा।