छत्तीसगढ़िया वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ के द्वारा आज दीपावली मिलन समारोह रखा गया
10 नवंबर दिन बुधवार को छत्तीसगढ़िया वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ ने दीपावली मिलन का कार्यक्रम, किया जिसमे मुख्यअतिथि, पदम् श्री फूलबासन यादव, एवं विशेष अतिथि छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना के प्रदेशाध्यक्ष अमित बघेल,संगठन के संस्थापक सदस्य महेश देवांगन, उद्योग विभाग के महाप्रबन्धक ओ.पी.बंजारे थे।
दीपावली मिलन के कार्यक्रम मे महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष- शेखर वर्मा कि अध्यक्षता मे कार्यकम सम्पन्न हुआ, अमित बघेल ने छत्तीसगढ़िया व्यापारियों से आह्वान किया कि आने वाला भविष्य छत्तीसगढ़िया व्यापारियों का है, और व्यापारी ही देश व राज्य कि राजनीती तय करते है, निश्चित ही प्रदेश के छत्तीसगढ़िया व्यापारी इस प्रदेश कि राजनीती को आने वाले समय मे निश्चित करेंगे, महेश देवांगन के कहा कि छत्तीसगढ़िया वाणिज्य एवं उद्योग महासंघ प्रदेश मे छत्तीसगढ़िया व्यापारियों के उत्थान मे महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
पद्मश्री पुलबासन यादव ने कहा छत्तीसगढ़ प्रदेश मे छत्तीसगढ़िया व्यापारी भाइयो बहनो के लिए इस प्रकार के संगठन की मांग बहुत समय से थी, और मैं प्रसन्न हू कि छत्तीसगढ़िया व्यापारियों ने एक प्रदेश व्यापी संगठन का निर्माण किया, फुलबासन यादव ने महासंघ को शुभकामनायें व बधाई दी, साथ ही उद्योग विभाग के महाप्रबन्धक ओ पी बंजारे जी ने उद्योग के विषय मे विस्तार से अपनी बात रखी और आश्वस्त किया कि आपके संगठन के नए युवा उद्यमी को शाशन कि मदद व उचित मार्गदर्शन प्रदान कि जाएगा।
कार्यक्रम मे महासंघ के प्रदेश महासचिव अजय यादव, ने कहाँ कि छत्तीसगढ़िया व्यवसायियों के प्रयास से ही ये संगठन अपने आयाम तक पहुंचेगा, व छत्तीसगढ़िया व्यवसाई भाइयो के पक्ष मे कार्य कर पाएगा।
दीपावली मिलन के कार्यक्रम मे प्रदेश पदाधिकारी के नामो कि घोसणा कि गई जिसमे, प्रदेश उपाध्याय दिलीप टिकरिहा, मोहन चन्द्राकर, जीतेन्द्र चन्द्राकर,संगठन मंत्री दीपक साहू, सहसचिव मनीष टिकरिहा, प्रचार प्रसार मंत्री ललित साहू, कार्यालय प्रभारी चंद्रावती निषाद को नियुक्ति किया गया, साथ ही जिलों के प्रभारीयो कि भी न्युक्ति कि गई, जिसमे धमतरी से जगदीश देवांगन, महासमुंद से दयालु चन्द्राकर, सरायपाली से नवीन चौधरी, बसना से डॉ संजय साहू, कोरबा से गोविन्द साहू, दुरुग से योगी चन्द्राकर, अंजोरा से इन्द्राणी निषाद, रायपुर से राजेश देवांगन, संभु साहू, गोकुल साहू को प्रभार दिया गया।